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क्या आपको भी लगता है जैसे हाथ-पैर में काट रही हैं चीटियां? अगर हां तो सावधान हो जाइए
कई बीमारियां ऐसी हैं, जिनकी वजह से ऐसा लगता है कि हाथ-पैर पर चीटियां रेंग रही हैं. इसलिए जब भी ऐसा महसूस हो तो इसे गंभीरता से लेना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से जाकर मिलना चाहिए.
Health Tips : क्या आपको भी लगता है कि हाथ-पैर में चींटियां काट रही हैं? अगर हां तो सावधान हो जाइए, क्योंकि यह गंभीर समस्या का कारण हो सकती है. हाथ-पैरों पर चीटियों का झुंड चलने जैसा लगने को मेडिकली भाषा में झनझनाहट या झुनझुनी (Tingling) कहते हैं. कई बार एक ही जगह ज्यादा देर तक बैठे रहने, किसी नस के दब जाने से या एक ही तरफ लेटे रहने से यह समस्या हो जाती है. लेकिन बहुत ही कम लोग इस झनझनाहट का कारण जानते हैं. अगर नहीं तो आइए जानते हैं किन वजह से हाथ-पैर में चीटिंयां चलने जैसा लगता है.
डायबिटीज (Diabetes)
हाई ब्लड शुगर की वजह से नर्व डैमेज हो जाता है और हाथ और पैरों का सुन्न पड़ सकते हैं. डायबिटीज मरीजों को झनझनाहट के साथ प्यास ज्यादा लगती है. इसकी वजह से बार-बार पेशाब की समस्या हो सकती है. इसलिए बिना देरी किए डॉक्टर से मिलना चाहिए.
दवाइयां (Medications)
नर्व से जुड़ी कुछ दवाईयों की वजह से भी ऐसा हो सकता है. कैंसर की कीमोथेरेपी, एड्स, हाई ब्लड प्रेशर, फीवर या कुछ इंफेक्शन में खाई जाने वाली दवाईयों की वजह से भी हाथ-पैर में झुनझुनी हो सकती है. दवा खाने के बाद ऐसी समस्या लगे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
इंफेक्शन (Infection)
कुछ वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन की वजह से भी नसों को नुकसान हो सकता है और हाथ-पैर में झुनझुनी की समस्या हो सकती है. ऐसे में लगता है कि चीटिंयां रेंग रही हैं. एचआईवी वायरस, लाइम डिसीज, दाद, हेपेटाइटिस बी और सी, वेस्ट नाइल जैसी समस्याओं की वजह से ऐसा हो सकता है.
किडनी डैमेज (Kidney Failure)
जब किडनी सही तरह से काम नहीं करती तो खून फिल्टर नहीं हो पाता है और खून के टॉक्सिन्स ठीक तरह से बाहर नहीं आ पाते हैं. ऐसे में हाथ-पैर में झुनझुनी की समस्या हो सकती है. डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की वजह से किडनी फेल हो सकता है.
विटामिन की कमी (Vitamins Deficiency)
विटामिन ई की कमी से शरीर में झुनझुनी की समस्या हो सकती है. लैब पर टेस्ट कराकर आप विटामिन ई की कमी का पता लगा सकते हैं. डॉक्टर की सलाह पर दवाएं और सही फूड्स ले सकते हैं.
ट्यूमर (Tumor)
ट्यूमर बढ़ने से भी हाथ-पैर में झनझनाटह हो सकती है. ट्यूमर की वजह से कैंसर भी हो सकते हैं. कुछ रिपोर्ट में बता चला है कि ट्यूमर से इम्यूनिटी भी प्रभावित होती है और नर्व्स भी डैमेज हो सकता है. इसलिए जैसे ही शरीर में कोई गांठ या ट्यूमर दिखे, तुरंत डॉक्टर से जाकर मिलना चाहिए.
थायरॉयड की समस्याएं (Thyroid Problems)
शरीर में थायरॉयड हार्मोन की कमी के चलते भी हाथों और पैरों में दर्द, जलन और सुन्नता आ सकती है. हाइपोथायरायडिज्म के ज्यादा बढ़ने पर इस तरह की समस्याएं होती हैं. दवा, एक्सरसाइज और हेल्दी वेट से आप झनझनाहट को कम कर सकते हैं.
शराब का ज्यादा सेवन (Alcohol)
ज्यादा शराब पीने से शरीर में विटामिन बी12 और फोलेट की कमी भी हो सकती है. इसकी वजह से नसे सही तरह से काम नहीं कर पाती हैं और हाथ-पैर में झुनझुनी और सुन्नता होने लगती है. इसलिए शराब से परहेज करना चाहिए.
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राजेश शांडिल्यसंपादक, विश्व संवाद केन्द्र हरियाणा
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