Over Exercising Side Effects: एक्‍सरसाइज सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज आपको बीमार भी बना सकता है. इसके कई साइड इफेक्ट्स (Side Effects Of Too Much Exercise) भी होते हैं. दरअसल, एक्‍सरसाइज का उद्देश्य बॉडी को फिट और फाइन रखना होता है. लेकिन कुछ लोग ज्यादा एक्सरसाइज कर शरीर को थका लेते हैं. ज्यादा वर्कआउट से दिल की बीमारी, नींद की समस्‍या, भूख न लगने जैसी प्रॉब्लम्स होने लगती है. इसलिए एक्‍सरसाइज करने से पहले बॉडी की जरूरत और क्षमता को समझना चाहिए. तय सीमा में एक्‍सरसाइज से शरीर को नुकसान से बचाया जा सकता है. आइए जानते हैं ज्यादा एक्सरसाइज के क्या-क्या समस्याएं हो सकती हैं...

मसल्‍स में खिंचाव और असहनीय दर्द


हेल्‍थ एक्सपर्ट के मुताबिक, अगर कोई जरूरत से ज्‍यादा एक्‍सरसाइज करता है तो उसके मसल्‍स में खिंचाव और असहनीय दर्द की समस्‍या हो सकती है. हाई इंटेनसिटी एक्‍सरसाइज से मसल्‍स पूरी तरह एक्‍टिवेट हो जाते हैं और उसमें ज्यादा खिंचाव होने लगता है, जिससे शरीर पर ज्यादा दबाव पड़ता है और दर्द का खतरा रहता है.

दिल की सेहत को नुकसान


ज्यादा एक्सरसाइज से जल्दी फिट होने वाली सोच सही नहीं है. यह सिर्फ गलती है. क्योंकि ज्यादा एक्सरसाइज करने से ब्लड प्रेशर बढ़ता है और दिल को नुकसान पहुंच सकता है. ज्यादा वर्कआउट करने से बॉडी रिलैक्स नहीं हो पाती और हार्ट नॉर्मल रेट से ज्यादा तेज चलता है.

भूख न लगने की समस्या


एक्सरसाइज से भूख ज्यादा लगती है.  लेकिन अगर ज्यादा एक्सरसाइज किया जाए तो भूख में कमी भी आ सकती है. इसका कारण है कि ज्यादा एक्सरसाइज से बॉडी में हार्मोनल चेंजेंज आते हैं. जिससे भूख कम लगती है. ओटीएस मतलब ओवरट्रेनिंग सिंड्रोम भूख में कमी, थकावट और वजन कम होने की वजह बन सकती है.

नींद न आने की समस्या


जब भी आपकी बॉडी के स्‍ट्रेस हार्मोन का बैलेंस बिगड़ता है तो सोने के दौरान बॉडी तनाव महसूस करती है. इसकी वजह से अच्छी तरह नींद नहीं आती है. एक्‍सरसाइज के बाद बॉडी को रिकवरी की जरुरत होती है. जरूरत से ज्यादा एक्सरसाइज कई बार पर्याप्‍त नींद न आने और थकान के साथ मूड स्‍विंग और चिड़चिड़ेपन की वजह बन जाती है.

इम्‍यूनिटी कमजोर हो सकती है


जरूरत से ज्यादा एक्‍सरसाइज करने के बाद थकान या कमजोरी होना इम्‍यूनिटी वीक होने के संकेत है. इम्‍यून सिस्‍टम के कमजोर होने से बॉडी में इंफेक्‍शन और बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है. 

 

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