Smoking Side Effects: उम्र बढ़ने के साथ जोड़ों का दर्द परेशान करने लगता है लेकिन आजकल कम में भी लोग इसके शिकार होने लगे हैं. जोड़ों और घुटने में दर्द अर्थराइटिस (Arthritis) की वजह से होती है. अर्थराइटिस कई प्रकार के होते हैं. इनमें से रूमेटाइड अर्थराइटिस होता है. इसे ही गठिया कहा जाता है. अगर इस बीमारी को समय पर कंट्रोल न किया जाए तो चलने-फिरने में दिक्कत शुरू हो जाती है. इसकी वजह से शरीर के जोड़ों में गंभीर दर्द हो सकती है. गठिया का एक कारण स्मोकिंग भी बताया जाता है. आइए जानते हैं क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स...
रूमेटाइड अर्थराइटिस क्या है
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, रूमेटाइड अर्थराइटिस ऑटो इम्यून की बीमारी है. इसमें शरीर का इम्यून सिस्टम बिगड़ जाता है. इस वजह से शरीर के टिश्यू पर इम्यून सिस्टम का अटैक शुरू हो जाता है. इस कारण जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या हो जाती है. हाथों, कलाई और घुटनों में लगातार दर्द हो सकता है. इस बीमारी को कंट्रोल करने में जितना समय लगता है,उतना ही यह बढ़ता जाता है और दूसरे अंगों पर असर डाल सकता है. इसकी वजह से स्किन, लंग्स और हार्ट डिजीज का भी खतरा रहता है.
क्या स्मोकिंग की वजह से गठिया हो सकता है
डॉक्टर के मुताबिक, कई मामलों में स्मोकिंग भी रूमेटाइड अर्थराइटिस का कारण बन सकता है. ज्यादा स्मोकिंग करने वालों में इस बीमारी का खतरा बाकी लोगों की तुलना में काफी ज्यादा रहता है. हालांकि, स्मोकिंग इस बीमारी का कारण नहीं है. यह सिर्फ एक रिस्क फैक्टर है. डॉक्टरों के मुताबिक, आज भी रूमेटाइड अर्थराइटिस के ज्यादातर मामले 50 साल से ज्यादा उम्र वालों में ही देखने को मिलते हैं.
गठिया के लक्षण
जोड़ों में दर्द और सूजन
जोड़ों में जकड़न
शरीर में दर्द
गठिया का इलाज
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, गठिया को कंट्रोल किया जा सकता है. इसके लिए डॉक्टर दवाइयां देते हैं. इसमें मरीज को ज्यादा से ज्यादा आराम करना चाहिए. मरीजों को कुछ समय तक स्टेरॉयड लेने की आवश्यकता पड़ सकती है, जो बहुत ज्यादा लाभकारी होता है. अगर किसी का जॉइंट खराब हो गया है तो डॉक्टर उसकी सर्जरी भी कर सकते हैं. इससे भी आराम मिल सकता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
ये भी पढ़ें: क्या वैक्सीन से हो रही है ब्लड क्लॉटिंग? जिससे हार्ट अटैक के साथ बढ़ेगा इन बीमारियों का खतरा