Smoking Side Effects : सिगरेट पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. इससे न सिर्फ लंग्स को नुकसान पहुंचता है, बल्कि हड्डियां भी खोखली होती जाती हैं. इससे रीढ़ की हड्डी (Spinal Cord) प्रभावित होती है. स्मोकिंग से बैक बोन से जुड़ी कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं.


रिसर्च में पता चला है कि धूम्रपान स्पाइनल स्टेनोसिस और Degenerative Disc जैसी बीमारियों का कारण बन सकता है. अगर पीठ में किसी तरह का दर्द है तो स्मोकिंग से बढ़ सकता है. इससे स्पोंडिलोसिस का खतरा भी बढ़ सकता है. जानिए आखिर स्मोकिंग हड्डियों को कैसे प्रभावित करता है...




स्मोकिंग हड्डियों के लिए हानिकारक है




स्मोकिंग करने से शरीर में निकोटीन की मात्रा बढ़ती है, जो रीढ़ की हड्डी में ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करती है, जिससे पोषक तत्वों और ऑक्सीजन सही जगह तक पहुंच नहीं पाते हें और सूजन-दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इतना नही नहीं धूम्रपान से फ्रैक्चर का खतरा बढ़ सकता है, क्योंकि निकोटीन मस्तिष्क को कम खाने के लिए संकेत देता है, जिससे वजन कम होता है और शरीर को आवश्यक पोषण नहीं मिल पाता है.


यह भी पढ़ें: Health Tips: Toilet में बैठकर देर तक करते हैं फोन का इस्तेमाल तो हो सकती है ये गंभीर बीमारियां




रीढ़ की हड्डी को प्रभावित करता है धूम्रपान




धूम्रपान सीधे रीढ़ की हड्डी को प्रभावित कर सकता है क्योंकि इसमें पोषक तत्वों की कमी होती है, खासकर जहां हड्डी स्पाइन डिस्क से मिलती है, जिससे कोशिकाओं के बनने पर भी असर पड़ता है. डॉक्टर आमतौर पर सलाह देते हैं कि मरीजों को रीढ़ की हड्डी की सर्जरी से 4-6 हफ्ते पहले धूम्रपान छोड़ देना चाहिए और सर्जरी के बाद कम से कम एक महीने तक धूम्रपान से बचना चाहिए.




धूम्रपान हड्डियों के लिए क्यों नुकसानदायक




निकोटीन शरीर की नई ब्लड वेसल्स को बनाने की क्षमता को प्रभावित करता है, टिश्यू की रिपेयरिंग में बाधा डालता है, जिससे कई दिक्कतें बढ़ती हैं. धूम्रपान करने वालों के लिए किसी सर्जरी से रिकवरी बहुत धीमी हो सकती है.


इससे इलाज में देरी हो सकती है और सर्जरी के बाद कई खतरे बढ़ सकते हैं. सिगरेट में निकोटिन के अलावा कैडमियम, सीसा, निकल, क्रोमियम और कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे खतरनाक और जहरीले तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं.


यह भी पढ़ें: ज्यादा थकान से लेकर वजन कम होने तक, कैंसर होने के ये हैं पांच बड़े लक्षण




धूम्रपान करने वालों के पीठ में दर्द ज्यादा




एनल्स ऑफ द रूमेटिक डिजीज में पब्लिश एक स्टडी में बताया गया है कि जॉब का तनाव और पीठ दर्द का कारण बनने वाले कई अन्य कारणों के अलावा धूम्रपान करनेसे पीठ का दर्द करीब 30% तक बढ़ जाता है. ब्रिटिश शोधकर्ताओं ने 13,000 लोगों की लाइफस्टाइल पर स्टडी करने के बाद पाया कि धूम्रपान से लोगों के गर्दन, कंधे, कोहनी, हाथ, कूल्हे और घुटनों में दर्द की आशंका ज्यादा रहती है. इसका असर उनके दिमाग पर भी पड़ता है.



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


यह भी पढ़ें: कुट्टू का आटा खाने से 160 लोग बीमार, जानें कब जहरीला बन जाता है व्रत में खाया जाने वाला ये आटा