Swollen Legs Reason's: क्या आपके घुटने से नीचे पैर में लगातार सूजन रहता है तो इसे अनदेखा करने की कोशिश न करें. क्योंकि ये कई गंभीर बीमारियों की शुरुआती संकेत भी हो सकते हैं. कई बार ज्यादा काम करने से पैरों में सूजन (Swollen Legs) हो जाती है और फिर आराम करने के बाद कम हो जाता है. ठंड के मौसम में तो कई बार पैरों की उंगलियां भी सूज जाती हैं. हालांकि ये भी अस्थायी होते हैं. लेकिन खतरनाक स्थिति तब होती है, जब बिना किसी वजह से पैरों में सूजन हो जाती है. अगर सांस लेने में परेशानी के बाद पैरों में सूजन हो या छाती में दर्द या फिर छाती में दबाव महसूस हो, तो बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. क्योंकि आपकी जरा सी लापरवाही खतरनाक स्थिति में पहुंचा सकती है. आइए जानते हैं इससे जुड़ी समस्याएं, कारण और बचाव... 

 

आर्थराइटिस

रुमेटॉयड आर्थराइटिस में शरीर के जोड़ों में दर्द, सूजन और जकड़न होने लगती है. इस स्थिति में घुटनों से लेकर तलवे और एड़ियों में सूजन हो जाती है. जो आपको परेशान कर सकती है.

 

इस तरह करें बचाव

अगर आप सूजन और आर्थराइटिस से बचना चाहते हैं तो यूरिक एसिड को कंट्रोल करने पर फोकस करना चाहिए. इसके लिए हाई प्रोटीन डाइट से बचने और वेट करने के साथ हर दिन एक्सरसाइज करें.

 

किडनी डिजीज

ऐसे लोग जिनकी किडनी प्रॉपर तरीके से काम नहीं करती है, उनकी बॉडी में फ्लूइड जमा हो जाता है. किडनी की बीमारियों में ज्यादा लक्षण दिखाई नहीं देते हैं. खासकर तब तक जब तक कि किडनी की हालत ज्यादा न खराब हो जाए. ऐसी स्थिति में किडनी डैमेज भी हो सकती है. ऐसी स्थिति में सांस फूलने की समस्या होने लगती है, बहुत ही कम पेशाब आना, जल्दी-जल्दी थक जाना और कोमा में चले जाना जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

 

इस तरह करें बचाव

अगर आप किडनी की बीमारियों को सही करना चाहते हैं तो दवाइयां, लो प्रोटीन डाइट, विटामिन डी और कैल्शियम के सप्लीमेंट्स लेने की कोशिश करें. किडनी फेल होने पर डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट कराना ही एकमात्र उपाय माना जाता है.

 

हाई कोलेस्ट्रॉल और पेरिफेरल आर्टरी डिजीज

कार्डियोवास्कुलर लैब्स ऑफ अमेरिका के मुताबिक, अगर कोलेस्ट्रॉल लेवल लगातार बढ़ रहा है तो एक समय के बाद यह पेरिफेरल आर्टरी डिजीज का जोखिम भी बढ़ा सकती है. इस वजह से पैरों में भारीपन फील होता है. यह शुरुआती संकेत होता है.

 

इस तरह करें बचाव

सेचुरेटेड फैट वाले फूड्स कोलेस्ट्रॉल में हाई हो सकती है. इसलिए कोशिश करें कि ऐसे फूड्स चुने, जिसमें सेचुरेटेड फैट, ट्रांस फैट, सोडियम यानी नमक और ज्यादा शक्कर की मात्रा हो. सी फूड्स, वसा रहित या कम वसा वाले फूड्स जैसे दूध, पनीर और दही, साबुत अनाज, फल और सब्जियां ही खाने की कोशिश करें.

 

हार्ट डिजीज

कई बार पैरों में इसलिए भी सूजन आ जाता है, जब दिल में किसी तरह की समस्या होती है. ऐसी स्थिति में वह अच्छे से ब्लड पंप नहीं कर सकता है. यदि आपका हार्ट भी ठीक तरीके से ब्लड पंप नहीं कर रहा है तो वह पानी और नमक रिटेंशन करने लगता है. इस वजह से पैर सूज जाते हैं. इसके संकेत की बात करें तो धड़कन तेज हो जाती है, सांसे फूलने लगती हैं, कमजोरी होती है, थकान हो जाती है, छींक आती है, भूख नहीं लगती है.

 

इस तरह करें बचाव

अगर आप भी इस तरह के लक्षण महसूस करते हैं तो बिना देरी किए डॉक्टर से मदद लें. अगर कभी हार्ट काम करना बंद कर दें तो हार्ट ट्रांसप्लांट सर्जरी की जरूरत पड़ती है.

 

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