Myths Vs Facts : चाय-कॉफी में कैफीन (Caffeine) पाया जाता है, जो सेहत के लिए हानिकारक माना जाता है. कैफीन को थकान मिटाने वाला माना जाता है, जो अनिद्रा का कारण भी बन सकता है. कैफीन की वजह से बार-बार यूरिन भी आती है. जिससे शरीर में पानी की कमी हो सकती है. यही कारण है कि ज्यादातर लोग चाय-कॉफी न पीने की सलाह देते हैं. हालांकि, कुछ इन दोनों ही ड्रिंक्स को लेकर कुछ मिथ भी लोगों में है, जिन पर यकीन नहीं करना चाहिए.
चाय-कॉफी को लेकर मिथ्स और फैक्ट्स
Myth : कैफीन नशे की तरह काम करता है.
Fact : एक्सपर्ट्स के अनुसार, कैफीन एडिक्टिव नहीं है. जब अचानक से कैफीन लेना बंद कर देते हैं तो कुछ लोगों में सिरदर्द, थकान जैसी समस्या हो सकती है. दिन-दिनभर ऐसा महसूस होता रहता है. हालांकि, अगर इसे धीरे-धीरे कम करते हैं तो ज्यादा असर नहीं होता है.
Myth : कैफीन से हार्ट फेल होने का खतरा बढ़ता है
Fact : कई अध्ययनों में पता चला है कि कैफीन दिल की सेहत के लिए खतरनाक नहीं है. इसका कोलेस्ट्रॉल पर भी कोई निगेटिव असर नहीं पड़ता है. हालांकि, इसका ज्यादा सेवन ब्लड शुगर लेवल को थोड़ा सा बढ़ा सकता है. हाई ब्लड प्रेशर वालों को डॉक्टर की सलाह के बाद ही कैफीन लेना चाहिए.
Myth : कैफीन से कैंसर का खतरा
Fact : वैज्ञानिक तौर पर कई प्रमाण मिले हैं, जिसमें बताया गया है कि कैफीन से कैंसर का खतरा नहीं होता है. नॉर्वे और हवाई में 20 हजार से ज्यादा लोगों पर किए गए दो रिसर्च में चाय-कॉफी और कैंसर के बीच कोई कनेक्शन नहीं मिला है.
Myth : प्रेगनेंसी में नहीं पीना चाहिए कैफीन वाले ड्रिंक्स
Fact : कई अध्ययनों में पता चलता है कि प्रेगनेंट महिला और गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए हल्का-फुल्का कैफीन सुरक्षित है. इसका सेवन गर्भधारण करने की क्षमता के लिए खतरनाक या हानिकारक होने के कोई सबूत नहीं मिले हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका में हुए दो रिसर्च में पाया गया है कि कैफीन-प्रेगनेंसी रिजल्ट में कोई संबंध नहीं है. हालांकि, गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन कम करना चाहिए.
Myth : कैफीन बच्चों के लिए हानिकारक है
Fact : बच्चों का शरीर भी बड़ों की तरह ही कैफीन को मैनेज कर सकता है. कई अध्ययनों में पता चला है कि कैफीन की कम मात्रा बच्चों के लिए परेशानी वाला नहीं है. हालांकि, अगर बच्चा संवेदनशील है तो उसमें ज्यादा कैफीन से चिड़चिड़ापन, उत्तेजना या स्ट्रेस जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
Myth : कैफीन बढ़ाता है ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा
Fact : कुछ रिसर्च में पाया गया है कि कैफीन से यूरिन में कैल्शियम की कमी हो सकती है. हालांकि, इसका ज्यादा नुकसान नहीं होता है. सीमित मात्रा में कैफीन से कैल्शियम बैंलेस या बोन्स डेंसिटी को किसी तरह का नुकसान नहीं होता है. कई शोध में भी इससे ऑस्टियोपोरोसिस के खतरे से इनकार किया गया है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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