Reduce Heart Attack Risk Tips : हफ्तेभर की भागमभाग में न नींद पूरी हो पाती है और ना ही शरीर को आराम मिल पाता है, लिहाजा बीमारियों का खतरा बढ़ने लगता है. इसमें सबसे ज्यादा नुकसान हार्ट (Heart) को होता है. नींद पूरी न होने से बीपी, कोलेस्ट्रॉल और हार्ट अटैक का रिस्क काफी ज्यादा बढ़ सकता है.


ऐसे में इससे बचने के लिए वीकेंड पर कंप्लीट रेस्ट का महत्व बढ़ जाता है. दरअसल एक नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि अगर वीकेंड यानी छुट्टी वाले दिन पर्याप्त नींद (Sleep) लेकर सोया जाए तो बाकी दिन की नींद की कमी पूरी हो जाती है. जानिए इसके फायदे...


नींद पूरी न होने से क्या खतरा होता है


चीन में State Key Laboratory of Infectious Disease की 14 साल की स्टडी में पता चला है कि वीकेंड पर लंबे समय तक सोने वालों की नींद की कमी की भरपाई की जा सकती है. शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों को सबसे अधिक 'कैच-अप' नींद मिली, उनमें हार्ट अटैक और स्ट्रोक का रिस्क 20% कम था. इस स्टडी में करीब 91,000 लोगों के डेटा का इस्तेमाल हुआ. जो रात में कम सोते थे. 


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दिल की सेहत के लिए नींद क्यों जरूरी है


नींद में हमारा शरीर पूरी तरह आराम करता है और खुद की मरम्मत करता है. सोते समय व्यक्ति की हार्ट स्पीड और ब्लड प्रेशर कम हो जाता है, क्योंकि उसकी सांसें स्थिर और नियमित हो जाती हैं. इसके अलावा, आप जितना कम सोएंगे, आपका तनाव हार्मोन कोर्टिसोल उतना ही अधिक समय सक्रिय रहेगा. जबकि यह आपके मेटाबॉलिज्म और तनाव से लड़ने के लिए जरूरी है.


कोर्टिसोल के लगातार हाई लेवल का मतलब है कि आपके शरीर को इसकी आदत हो जाएगी. एक्स्ट्रा कोर्टिसोल से सूजन हो सकती है, अधिक केमिकल निकल सकते हैं जो प्लेटलेट के गाढ़ेपन या ब्लड क्लॉटिंग को ट्रिगर कर सकते हैं. यह उन हार्मोनों के उत्पादन को भी प्रभावित कर सकता है जो ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल करने में मदद करते हैं. इससे इंसुलिन प्रतिरोध और अन्य हार्ट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं.


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नींद की कमी से क्या-क्या समस्याएं


हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नींद की कमी से हाई ब्लड प्रेशर, टाइप 2 डायबिटीज, मोटापा और हार्ट डिजीज का खतरा काफी ज्यादा रहता है. नींद पूरी न होने पर स्ट्रेस हार्मोन रिलीज होता है और शरीर में इंफ्लामेशन बढ़ जाता है. इससे हार्ट में भी इंफ्लामेशन होता है, जिससे हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ जाता है.


वीकेंड में कितना सोना चाहिए


अगर आप अपनी नींद की कमी को पूरा करना चाहते हैं तो वीकेंड पर ज्यादा सोने की जरूरत होगी, जिसका असर आपकी पर्सनल और सोशल लाइफ पर पड़ सकता है. 2023 में नेशनल स्लीप फाउंडेशन के एक अध्ययन से पता चला है कि एक घंटे की नींद की कमी को पूरा करने के लिए भी काफी ज्यादा समय लगता है. इसलिए हफ्ते के 5 दिनों की नींद की कमी को पूरा करने के लिए वीकेंड पर 48 घंटे से ज्यादा की जरूर होती है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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