Health Risk: कैंसर का कारण बन सकता है अप्लास्टिक एनीमिया, जानें बचने के लिए क्या करें?
एक स्टडी में बताया गया कि 96 प्रतिशत लोग स्टेम सेल ट्रांसप्लांटेशन के बाद कई सालों तक जिंदा रहते हैं.40 साल से कम उम्र के 100 परसेंट बच्चों और वयस्कों ने इलाज के 5 साल बाद भी लंबे समय तक जीवित रहे.
Aplastic Anemia: शरीर में खून की कमी एनीमिया की समस्या होती है. हीमोग्लोबिन का लेवल कम होने पर यह समस्या होती है, इसलिए शरीर में खून की कमी होने पर इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए, क्योंकि हार्मोन और खून की कमी की वजह से होने वाली ये समस्या अप्लास्टिक एनीमिया भी हो सकती है, जो दो से तीन साल पहले ही पहली बार सामने आई और एनीमिया से भी खतरनाक है. अप्लास्टिक एनीमिया (Aplastic Anemia Risk Factors) में शरीर नए ब्लड सेल्स बनने बंद हो जाते हैं.
बोन मैरो में ब्लड बनने में परेशानी होने लगती है, जिससे कमजोरी और थकावट महसूस होती है. ज्यादा दिनों तक अगर इसे इग्नोर किया जाए तो यह कैंसर का कारण भी बन सकती है. ऐसे में आइए जानते हैं अप्लास्टिक एनीमिया के बारें में सबकुछ...
अप्लास्टिक एनीमिया के क्या-क्या लक्षण हैं
1. थकान
2. सांस लेने में परेशानी
3. धड़कनों का अचानक से बढ़ जाना
4. स्किन का पीला होना
5. बार-बार इंफेक्शन होना
6. नाक-मसूड़ों से खून आना
7. चक्कर आना
8. सिरदर्द या बुखार
अप्लास्टिक एनीमिया का क्या कारण होता है
बोन मैरो में स्टेम सेल्स रेड सेल्स, व्हाइट सेल्स और प्लेटलेट्स बनाती है लेकिन अप्लास्टिक एनीमिया होने पर स्टेम सेल्स को नुकसान पहुंचने लगता है, जिससे बोन मैरो खाली हो जाती है. इसकी वजह से बिना रुके खून बहने लगता है और इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. कीमोथेरेपी, प्रेगनेंसी, जहरीले केमिकल्स के संपर्क में आना, वायरल इंफेक्शन, खास दवाओं का इस्तेमाल,ऑटोइम्यून से जुड़ी समस्याएं और नॉन वायरल हेपेटाइटिस भी अप्लास्टिक एनीमिया के कारण हो सकते हैं.
अप्लास्टिक एनीमिया के प्रकार
1. एक्वायर्ड अप्लास्टिक एनीमिया- जब इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, तब एक्वायर्ड अप्लास्टिक एनीमिया होती है. कीमोथेरेपी और HIV इसका मुख्य कारण है.
2. इनहेरिटेड अप्लास्टिक एनीमिया- जीन डिफेक्ट की वजह से होती है, बच्चे-युवा सबसे ज्यादा शिकार होते हैं.इससे ल्यूकेमिया और कैंसर का खतरा रहता है.
अप्लास्टिक एनीमिया का इलाज
1. गंभीर स्थिति नहीं होने पर डॉक्टर बोन मैरो को ज्यादा ब्लड बनाने वाली दवाईयां दे सकते हैं.
2. ब्लड काउंट ज्यादा कम होने पर बॉडी की ब्लड सेल्स बनाने की क्षमता बढ़ाने के लिए स्टेम सेल ट्रांसप्लांटेशन कराया जा सकता है.
3. ट्रांसप्लांट बेस्ट ऑप्शन नहीं है तो डॉक्टर शरीर को बोन मैरो पर अटैक करने के लिए दवाईयां दे सकते हैं.
अप्लास्टिक एनीमिया में क्या करें, क्या नहीं
हाथों को बार-बार धोएं
भीड़ से बचें
ऊंचाई वाली जगह पर जाने से पहले डॉक्टर की सलाह लें.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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