Dementia : डिमेंशिया का मतलब दिमाग से अस्थिर होना है. यह एक भूलने की बीमारी है. इसमें हमारे ब्रेन के मैमोरी सेंटर कमजोर होने लगते हैं. डिमेंशिया से पीड़ित मरीज रोजाना के काम भी भूलने लगते हैं. उनके निर्णय लेने की क्षमता भी कमजोर होती रहती है.
एक आंकड़े के मुताबिक, दुनिया में 5.5 करोड़ से ज्यादा लोग डिमेंशिया के शिकार हैं. हर साल करीब 1 करोड़ केस बढ़ रहे हैं. भारत में करीब 90 लाख बुजुर्ग इस बीमारी की चपेट में हैं. आने वाले सालों में यह आंकड़ा और भी ज्यादा डरावना हो जाएगा. ऐसे में आइए जानते हैं डिमेंशिया के लक्षण और इससे बचने के उपाय...
डिमेंशिया के लक्षण
1.याददाश्त कमजोर होना
2. निर्णय लेने की क्षमता कम होना
3. व्यवहार बदलना
4. रोजमर्रा के काम करने में भी परेशानी
5. कुछ भी बोलने-समझने में दिक्कत होना
6. आसपास के लोगों, रास्तों को पहचानने में दिक्कत होना
इस चीज को न समझें डिमेंशिया
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, हम सभी अक्सर कई चीजें भूल जाते हैं. कई बार नाम और सामान तक के बारें में याद नहीं रहता है या कहीं भी कुछ रखकर भूल जाते हैं और थोड़ी देर में याद आ जाए तो इसे डिमेंशिया समझने की भूल नहीं करनी चाहिए. ऐसा सिर्फ लैक-ऑफ अटेंशन (एकाग्रता) की कमी से होता है.
युवाओं में डिमेंशिया का क्या कारण है
स्ट्रोक
डायबिटीज
विटामिन डी की कमी
सामाजिक रुप से अलग रहना
शराब पीना
ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन
दिल की बीमारियां
स्ट्रेस या तनाव
सुनने की क्षमता कम होना
सी-रिएक्टिव प्रोटीन का बढ़ना
डिमेंशिया के खतरे को कम करने के लिए क्या करें
1. वजन बढ़ने न दें
2. धूम्रपान न करें, शराब न पिएं.
3. एक्सरसाइज करें.
4. सोशली एक्टिव रहें.
5. अकेले रहने से बचें.
6. एयर पॉल्यूशन से बचें.
7. दिमाग के एक्टिव रखें.
8. क्रॉनिक हेल्थ कंडीशन जैसे डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करें.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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