Acne Problem: ​एक्ने किसी भी उम्र में किसी को भी हो सकते हैं. महिलाओं और पुरुषों दोनों के ​एक्ने की समस्या का सामना करना पड़ता है. हालांकि, बढ़ती उम्र के साथ ही ​एक्ने (Acne) की समस्‍या कम हो जाती है, लेकिन कुछ ​एक्ने बढ़ती उम्र के साथ भी हो सकते हैं. ऐसे में आपको इस समस्या से बचने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. आज हम बात करेंगे कि आखिर हार्मोनल ​एक्ने क्‍या हैं और ये क्‍यों होते हैं....

 

कितनी तरह के होते हैं एक्ने

अब आप सोच रहे होंगे कि ये हार्मोनल एक्ने (Hormonal Acne) क्या है? दरअसल, ​एक्ने कई प्रकार के होते हैं जैसे टीनएज ​एक्ने, हार्मोनल ​एक्ने, मेनोपॉज ​एक्ने और डैंड्रफ के कारण होने वाले ​एक्ने.

 

जानें हॉर्मोनल एक्ने के बारे में 

ये ​एक्ने हमारी बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण होते हैं. इसके लिए हमारी बॉडी में हार्मोन्‍स के उतार-चढ़ाव से लेकर ब्रेकआउट तक कई स्थितियां जिम्‍मेदार हो सकती हैं. ये समस्‍या किशोरावस्था के दौरान होती है. हालांकि, हार्मोनल एक्ने मेनोपॉज और प्रेग्नेंसी में भी हो सकते हैं. 

 

महिलाओं में आम है यह ​​​परेशानी

एक स्टडी के मुताबिक 20 से 29 साल की उम्र की करीब 50 प्रतिशत लड़कियों और 40 से 49 साल की आयु की 25 प्रतिशत महिलाओं में यह समस्या होती है. वो आए दिन मुहांसों की वजह से परेशान रहती हैं. 

 

जानें क्या हैं हार्मोनल ​एक्ने के लक्षण


  • गालों और जॉलाइन के आसपास मुहांसे हो जाते हैं.

  • बहुत ज्यादा ब्लैकहेड्स, वाइटहेड्स या सिस्‍ट का बनना

  • जरूरत से ज्यादा ऑयली स्किन होना

  • बॉडी में सूजन आना

  • संवेदनशीलता


 

क्यों होते हैं हार्मोनल ​एक्ने 

हार्मोनल ​एक्ने का मुख्‍य कारण है ​एंड्रोजेनिक लेवल में बदलाव आना है, जिसके कारण ऑयल ग्‍लैंड से बहुत ज्यादा ऑयल निकलता है. किशोरावस्था में अनियमित पीरियड्स होना भी इसके लिए जिम्‍मेदार होते हैं. जबकि, महिलाओं के कई बार गर्भनिरोधक गोलियों के ज्यादा इस्तेमाल से भी ​एंड्रोजेनिक लेवल में बदलाव हो सकता है जिससे हार्मोनल बदलाव होते हैं. वहीं, ज्यादा तेल, मसाले और चिकनईयुक्‍त खाना भी इसकी वजह हो सकते हैं. 

 

ऐसे करें हार्मोनल ​एक्ने को कंट्रोल


  • गर्भनिरोधक गोलियों का इस्तेमाल न करें

  • स्किन की सफाई करें और इसकी देखभाल करें.

  • ज्यादा पानी पिएं

  • हेल्‍दी डाइट फॉलो करें साथ ही योग और एक्‍सरसाइज पर ध्यान दें.

  • केमिकलयुक्त प्रोडक्‍ट्स का कम से कम इसतेमाल करें

  • मुहांसे होने पर स्किन का खास ख्याल रखें.

  • समस्‍या बढ़ने पर डर्मेटोलॉजिस्ट को दिखाएं.


 

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