Hypoglycemia : शरीर में शुगर लेवल कम होना भी उसी तरह खतरनाक है, जिस तरह हाई ब्लड शुगर. ब्लड शुगर लो (Low Blood Sugar) होना हाइपोग्लाइसीमिया (Hypoglycemia) कहलाता है. इसे मैनेज कर पाना काफी कठिन हो सकता है, खासकर डायबिटीज के मरीजों के लिए. यह इतनी खतरनाक बीमारी है कि इसमें इंसान खड़े-खड़े ही गिर जाता है.

 

लो ब्लड शुगर के कई लक्षण शरीर पर नजर आते हैं. अगर इनकी समय पर पहचान कर लिया जाए तो इसके खतरे से बचा जा सकता है. ऐसे में यहां जानिए हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण, इसके खतरे और इलाज...

 

हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण

 

1. धुंधला नजर आना आ रहा है या हार्ट बीट बढ़ गई है या फिर अचानक से मूड बदल रहा है या बिना किसी शारीरिक मेहनत के थकान, भूख लग रही या फिर चक्कर या पसीना आ रहा, सोने में भी परेशानी है तो ये हाइपोग्लाइसीमिया यानी लो ब्लड शुगर के संकेत हैं.

 

2. बार-बार कंपन या झटका जैसा महसूस हो तो इसे गलती से भी इग्नोर नहीं करना चाहिए. कई बार ये किसी गंभीर बीमारी या लो ब्लड शुगर के संकेत हो सकते हैं. इसे जितनी जल्दी हो सके डॉक्टर के दिखाएं.

 

3. बात-बात में एंजायटी, चिड़चिड़ापन महसूस हो रहा या बेहोशी जैसा महसूस हो रहा तो तुरंत सावधान हो जाइए. बार-बार सिरदर्द भी ब्लड शुगर लेवल कम होने के संकेत हैं. ऐसे में डॉक्टर से मिलकर पता लगा सकते हैं कि कहीं आपको हाइपोग्लाइसीमिया तो नहीं है.

 

हाइपोग्लाइसीमिया का इलाज

अगर लो ब्लड शुगर लेवल मैनेज नहीं हो पा रहा है तो बिना समय गंवाए इलाज करवाना चाहिए. ऐसा न करने पर बेहोश हो सकते हैं, अटैक आ सकते हैं, कोमा तक में जाने का खतरा रहता है. ऐसे में ब्लड शुगर को लेवल में लाने के लिए ज्यादा शुगर वाले फूड्स या ड्रिंक्स लेना पड़ता है. कई बार डॉक्टर इसके लिए दवाईयां भी देते हैं.

 

हाइपोग्लाइसीमिया से कैसे बचें

 

1. हाई प्रोटीन डाइट अंडा, चिकन, मछली, दालें और बीन्स लें.

2. फाइबर वाले फल और सब्जियां लो ब्लड शुगर को मैनेज करने में मदद कर सकते हैं. इसके लिए सेब, आम, बेरीज, ब्रोकली और हरी पत्तेदार सब्जियां खा सकते हैं.

3. मोटापे की समस्या नहीं है तो बिना स्टार्च निकाले व्हाइट राइस डाइट में सामिल करें.

4. नेचुरली हाई ग्लूकोज वाले फल अंगूर, सेब, केला और आम खाएं.

5. नट्स और सीड्स से भी लो ब्लड शुगर लेवल मैनेज कर सकते हैं.

 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.