Meningitis : मेनिनजाइटिस एक तरह की संक्रामक बीमारी है. जिसकी वजह से मस्तिष्क के भीतरी भाग में सूजन की समस्या आ सकती है. इस बीमारी में जरा सी लापरवाही भी दिमागी बुखार का कारण बन जाती है. सबसे चिंता वाली बात यह है कि यह बीमारी किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है. इसलिए कभी भी इस बीमारी को लेकर बेपरवाह नहीं होना चाहिए. अगर ऐसी गलती करते हैं तो संभल जाइए, वरना बड़ी समस्या में पड़ सकते हैं. आइए जानते हैं मेनिनजाइटिस (Meningitis) क्या है, इसके लक्षण और इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए...

 

मेनिनजाइटिस क्या है

मेनिनजाइटिस एक तरह की दिमागी बीमारी है. जरा सी लापरवाही बरतने पर यह काफी खतरनाक हो सकती है. यह मेनिन्जेस से जुड़ा हुआ है, जो हमारे दिमाग का वह हिस्सा होता है, जो मस्तिष्क के सुरक्षा कवच का काम करता है. इस बीमारी की वजह से दिमाग के इसी हिस्से में सूजन आ जाती है. जिसकी वजह से समस्याएं बढ़ सकती है.

 

मेनिनजाइटिस के क्या लक्षण 

सिरदर्द

बुखार

उल्टी

ठंड लगना

त्वचा का पीला पड़ना

 


  • मेनिनजाइटिस से बचने के उपाय

  • मेनिनजाइटिस एक संक्रामक बीमारी है, इसलिए इससे बचने के लिए सावधानियां सबसे ज्यादा जरूरी है.

  • दिन में समय-समय पर अपने हाथों को अच्छी तरह साफ करते रहें.

  • किसी संक्रमित व्यक्ति से मिलने से पहले मुंह को अच्छी तरह से कवर करें.

  • अगर घर का कोई सदस्य संक्रमित है तो साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखें.

  • मौसम बदलने पर साफ-सफाई पर विशेष गौर करें. अपनी जरूरत की चीजों जैसे टूथपेस्ट, टॉवेल, साबुन को किसी के साथ शेयर न करें.

  • हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, हर इंसान को रोजाना 3-4 लीटर पानी पीनी चाहिए. यह शरीर से टॉक्सिन को बाहर करने का काम करता है. संक्रमण से बचने खूब पानी पिएं.

  • मेनिनजाइटिस के लक्षण नजर आने पर डॉक्टर के पास तुरंत जाएं.

  • मेनिनजाइटिस से बचना है तो बचाव ही सबसे अच्छा इलाज है. ऐसे में हर जरूरी चीज को अपनाएं.


 

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