Passive Smoking: 'धूम्रपान सेहत के लिए खतरनाक है'..ये लाइन हमारे सामने अनगिनत बार आती होंगी. स्मोकिंग (Smoking) स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित करती है. इससे हार्ट डिजीज, स्ट्रोक, यहां तक की लंग कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है. WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्मोकिंग की वजह से हर दिन करीब 14 हजार लोग अपनी जान गंवा देते हैं. सिर्फ सिगरेट पीने से ही नहीं बल्कि सिगरेट पीने वाले के आसपास खड़े रहने वालों को भी इससे नुकसान पहुंचता है. इसे ही पैसिव स्मोकिंग (Passive Smoking) कहते हैं. यह काफी नुकसानदायक होता है औऱ धीरे-धीरे सिगरेट का धुआं आपकी सेहत को तबाह कर सकता है. आइए जानते हैं इसके बारें में..

 

Passive Smoking क्या है

सिगरेट, बीड़ी या सिगार से जो धुआं निकलता है, वह जहरीला होता है. इसे एक तरह से धुएं का अवशेष भी कह सकते हैं. यह आपके बाल, स्किन, कपड़े, सामान, रूम, कार, कार्पेट और बच्चों के खिलौने तक पर चिपक जाता है. जब सिगरेट के धुआं बाहर निकलता है तो यह जहरीले तत्वों के संपर्क में आकर केमिकल रिएक्शन करता है. इसके बाद यह और भी ज्यादा खतरनाक हो जाता है. अब अगर आपने स्मोकिंग नहीं भी की है तो भी आप सिगरेट के धुएं के संपर्क में आ सकते हैं. इसे ही पैसिव स्मोकिंग कहते हैं. ये ऐसे केमिकल्स होते हैं, जो हमारी सेहत को बुरी तरह प्रभावित करते हैं.

 

प्रेग्नेंट महिलाएं सावधान

पैसिव स्मोकिंग सबसे ज्यादा असर प्रेग्नेंट महिलाओं पर होता है. इससे गर्भ में पल रहे बच्चे को भी नुकसान पहुंचता है. एक रिसर्च में बताया गया है कि पैसिव स्मोकिंग गर्भ में पल रहे बच्चे के लंग्स के विकास में परेशानी खड़ी कर देते हैं. जब बच्चे का जन्म होता है तो उसे सांस की बीमारियां हो सकती हैं.

 

तबाह कर देता है इम्यून सिस्टम 

पैसिव स्मोकिंग से छोटे बच्चों का इम्यून सिस्टम काफी कमजोर हो जाता है. इससे अस्थमा, कान में इन्फेक्शन, बार-बार बीमार पड़ना और निमोनिया जैसी समस्याएं हो सकती हैं. इतना ही नहीं पैसिव स्मोकिंग से पैंक्रियास से जुड़ी समस्या, किडनी डिजीज, मुंह की बीमारी भी परेशान कर सकती है. गले में भी समस्याएं हो सकती हैं.

 

यह भी पढ़ें