Smiling Depression: हमारे आसपास हर दिन न जाने कितने चेहरे ऐसे हैं, जो हमेशा हंसते-मुस्कुराते रहते हैं. उन्हें देखने को बाद लगता है कि ये कितने खुश लोग हैं. आखिर इस सुखी जीवन का राज क्या है. लेकिन शायद कुछ मुस्कुराहटों के पीछे की हकीकत कुछ और ही होती है. इस तरह की समस्या को स्माइलिंग ड्रिप्रेशन (Smiling Depression) कहा जाता है. हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक, स्माइलिंग डिप्रेशन में इंसान बाहर से तो खुश नजर आता है लेकिन अंदर से दर्द से भरा रहता है. मतबल जब कोई अपने डिप्रेशन को अपनी मुस्कान के पीछे छुपाता है तो इसे स्माइलिंग डिप्रेशन कहते हैं. आइए जानते हैं इस समस्या की पूरी ABCD..
कितना खतरनाक है स्माइलिंग डिप्रेशन
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर समय रहते स्माइलिंग डिप्रेशन पर ध्यान नहीं दिया जाए तो यह खतरनाक हो सकता है. इसका नकारात्मक असर व्यक्ति के मानसिक सेहत पर भी पड़ता है. स्माइलिंग डिप्रेशन की समस्या से परेशान लोगों में आत्महत्या का जोखिम ज्यादा रहता है. इस दर्द से उबरने के लिए वह इस तरह की प्लानिंग करते हैं.
स्माइलिंग डिप्रेशन का पता कैसे लगाएं
अगर किसी में स्माइलिंग डिप्रेशन का पता लगाना है तो ध्यान देना चाहिए कि कहीं वह लंबे समय से उदास तो नहीं है. क्योंकि ज्यादा दिन तक उदास रहना इस डिप्रेशन का पहला लक्षण है. इसके अलावा स्माइलिंग डिप्रेशन के और भी लक्षण हो सकते हैं...
- सुस्ती या थकान
- नींद न आना
- वजन और भूख में बदलाव
- बेबसी
- किसी भी चीज में इच्छा की कमी
- सेल्फ रिस्पेक्ट का काम होना
स्माइलिंग डिप्रेशन का खतरा कब बढ़ जाता है
- असफल होना, किसी रिश्ते का टूटना या शादी में समस्या
- नौकरी जाने पर भी यह समस्या हो सकती है
- फाइनेंशियल प्रॉब्लम्स होने पर
- सोशल मीडिया के आदी लोगों में भी ये समस्या देखने को मिल सकती है.
स्माइलिंग डिप्रेशन का इलाज क्या है
अगर आप स्माइलिंग डिप्रेशन से बचना चाहते हैं तो दवा और डाइट की आदत में बदलाव कर सकते हैं. किसी साइकोलॉजिस्ट की मदद ले सकते हैं. एक्सपर्ट स्माइलिंग डिप्रेशन से पीड़ित लोगों को इससे बाहर निकलने के लिए कई तरह का उपाय बता सकते हैं. अपने किसी खास से खुलकर बातचीत कर आप अपनी इस समस्या का हल निकाल सकते हैं. इन सब चीजों से स्माइलिंग डिप्रेशन का खतरा टल सकता है.
यह भी पढ़ें