Starvation Diet Side Effects: अगर अपनी फिगर मेंटेन करने के लिए आप बिना किसी सलाह के डाइट ले रही हैं तो इसका साइड इफेक्ट ओवरऑल हेल्थ पर देखने को मिलता है. आजकल स्टारवेशन डाइट (Starvation Diet) डेली रूटीन का हिस्सा बन रही है. इसके कई नुकसान देखने को मिल सकते हैं. डायटीशियन पतले होने के लिए खुद को भूखा रखने से मना करते हैं. मील स्किप करने से भूख लगने की समस्या हो सकती है. इससे शरीर में पोषण तत्वों की कमी हो सकती है. इससे एनर्जी भी कम होने लगती है. जिसकी वजह से ज्यादातर लोग ज्यादा खा लेते हैं. इसकी वजह से शरीर में एक्स्ट्रा फैट जमा होने का भी रिस्क रहता है.
क्या करना चाहिए
डाइटिशियन की सलाह है कि अगर आप हेल्दी वेट गेन करना चाहती हैं और इसके लिए खाना स्किप कर रही हैं तो ऐसी गलती न करें. इसकी बजाय लीन प्रोटीन, साबुत अनाज और सब्जियां खाने में शामिल करें. क्योंकि अगर खाने में अनियमितताएं होती हैं तो ब्लड शुगर लेवल गिर जाता है. इससे चिड़चिड़ापन भी बढ़ता है और कई समस्याएं होने लगती है. इससे नींद पैटर्न भी बाधित होती है. इसलिए कभी भी मील स्किप करने से बचें.
स्टारवेशन डाइट के क्या हैं नुकसान
1. मेटाबॉलिज्म स्लो करें
शरीर में कैलोरी इनटेक न होने से इसकी कमी होने लगती है, जिससे फैट्स को एनर्जी का प्राइमरी सोर्स बना देता है. जबकि मसल्स टिशू सेकेंडरी एनर्जी सोर्स माने होते हैं. इसकी वजह से शरीर में रेस्टिंग मेटाबॉलिक रेट (RMR) कम होने लगता है.
2. पोषण की कमी
खाना स्किप करने से शरीर को पौष्टिक आहार नहीं मिल पाता है. जिससे विटामिन, मिनरल्स, कैल्शियम और प्रोटीन की कमी होने लगती है. इससे शरीर दर्द, थकान और कमजोरी जैसी समस्याएं होने लगती है. इससे शरीर सही तरह काम भी नहीं कर पाता है.
3. मेंटल हेल्थ को नुकसान
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, स्टारवेशन से इटिंग डिसऑर्डर बढ़ सकता है. इससे जहां कुछ लोग ज्यादा खाने के आदी होने लगते हैं तो कुछ खाने से दूर होने लगते हैं. लंबे समय तक स्टारवेशन से एनोरेक्सिया नर्वोसा, बुलिमिया नर्वोसा या बिंज इंटिंग डिसऑर्डर की समस्या हो सकती है, जो मूड सि्ंवग और अकेलेपन का कारण बन सकता है.
4. कुपोषण की समस्या
पोषक तत्वों की कमी से शरीर की इम्यूनिटी कमजोर होने गती है. इससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है. पोषण की कमी से त्वचा और बालों को नुकसान पहुंचता है. इससे ब्लोटिंग, अपच और पाचन से जुड़ी प्रॉब्लम्स भी होने लगती हैं. इतना ही नहीं हड्डियां भी कमजोर होने लगती हैं.
क्या करें, क्या नहीं
1. कैलोरी इनटेक को कम करने के लिए डाइट में प्रोसेस्ड फूड शामिल करने से बचें. इसकी बजाय मौसमी फल लें.
2. रोजाना सुबह कुछ देर एक्सरसाइज करें. इससे शरीर कई बीमारियों से बचा रहता है.
3. डाइटीशियन की सलाह लेकर उम्र के हिसाब से डाइटिंग करें.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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