Cancer Vaccine : कैंसर एक जानलेवा बीमारी है, जिसका इलाज साइंटिस्ट्स ढूंढ रहे हैं. कुछ तरीकों से कैंसर को बढ़ने से रोका जरूर जाता है लेकिन इसके इलाज में अभी पूरी तरह सफलता नहीं पाई गई है. हालांकि, इस बीच एक चौंकाने वाली खबर आई है. एक महिला ने खुद की बनाई वैक्‍सीन से स्‍टेज-3 कैंसर (Stage 3 Cancer) को मात दे दी है. इस महिला का नाम बीटा हलासी है.


49 साल की हसाली ने बताया कि मास्टेक्टॉमी से गुजरने के बाद उन्हें दोबारा से थर्ड स्‍टेज का ब्रेस्‍ट कैंसर (Breast Cancer) हो गया है. वह एक बार फिर कीमोथेरेपी के लिए तैयार नहीं हो पा रही थी. इसलिए संक्रामक रोग अनुसंधान में एक विशेषज्ञ के तौर पर उन्‍होंने बड़ा फैसला लिया और सीधे अपने ट्यूमर में एक वैक्सीन इंजेक्ट की, जो काम कर गई.


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कैंसर के इलाज के लिए महिला ने बनाई वैक्सीन


महिला रिसर्चर ने बताया कि, वैक्सीन को खसरे के वायरस को फ्लू जैसे रोगजनक़ के साथ मिलाकर एक पॉवरफुल शॉट बनाया, जिसने ट्यूमर को टारगेट किया और कैंसर कोशिकाओं से लड़ने के लिए उसकी इम्यून सिस्टम को बढ़ावा मिला. हलासी अपने इस प्रयोग में सफल रहीं. दावा किया जा रहा है कि पिछले चार साल से वो कैंसर से मुक्त हो गई हैं. 


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कितनी कारगर कैंसर की वैक्सीन


वैक्सीन 2024 जर्नल में बीटा हलासी ने अपनी रिसर्च के रिजल्ट पब्लिश कर लिखा- 'इस अपरंपरागत ट्रीटमेंट का परिणाम फायदेमंद रहा और इसके साइड इफेक्ट्स भी नहीं देखने को मिले. इससे ट्यूमर का साइज काफी कम हुआ और बेसलाइन के उलट नीचे की मांसपेशियों और ऊपर की स्किन से टच भी नहीं हो रहा था. जिसे बड़े ही आसानी से निकाल दिया गया.'


कैंसर का पता कब चला


बीटा हलासी बताती हैं कि उन्हें साल 2016 में पहली बार पता चला कि कैंसर है. 2020 आते-आते उनका ट्यूमर स्टेज 3 पर पहुंच गया, जो उनके लिए बड़ी चुनौती था. एक एक्सपर्ट के तौर पर वह सालों से वायरस पर अध्ययन करती थीं. ऑन्कोलिटिक वायरोथेरेपी (OVT) के प्रति काफी जानकारी जुटाना चाहती थीं. OVT में आनुवंशिक तौर से मॉडीफाईड वायरस का इस्तेमाल करके कैंसर कोशिकाओं को टारगेट कर उन्हें नष्ट किया जाता है. हालांकि इस बात का ध्‍यान भी रखा जाता है कि, हेल्दी कोशिकाओं को किसी तरह का नुकसान न हो. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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