Eating Habits : भूख लगने पर कुछ न कुछ खाने का मन करता है. कई बार पेट भरा होने के बाद भी मन को कुछ खाने की तलब रहती है. इसे क्रेविंग (Craving) कहते हैं. इसके लिए शारीरिक और मानसिक दोनों कारण हो सकते हैं. एक्सपर्ट के मुताबिक, पुरुषों की तुलना में महिलाओं में क्रेविंग ज्यादा होती है. यही कारण है कि उनकी बॉडी में अनहेल्दी मंचिंग ज्यादा नजर आती है. आइए जानते हैं महिलाओं में क्रेविंग का कारण...
महिलाओं में क्यों होती है ज्यादा क्रेविंग
एक्सपर्ट के मुताबिक, पुरुषों की तुलना में महिलाओं को जंक, मसालेदार या प्रोसेस्ड फूड खाना ज्यादा पसंद होता है. उनकी डेली रूटीन में ज्यादा उतार-चढ़ाव इसका कारण होता है. हर महीने पीरियड्स, फिर प्रेगनेंसी और बाद में मेनोपॉज से महिलाओं में हार्मोनल उतार-चढ़ाव होता है, जिससे उनके साथ इस तरह की चीजें होती रहती हैं.
हेल्दी-अनहेल्दी क्रेविंग की वजह
गर्भावस्था (Pregnancy)
प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले हॉर्मोनल चेंजेस के कारण महिलाओं के सूंघने और स्वाद में फर्क हो सकता है. इस दौरान उन्हें कुछ खाने का मन भी करेगा. जिससे आप चाहकर भी रोक नहीं पाएंगे.
प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (Premenstrual syndrome)
एक्सपर्ट का कहना है कि, पीरियड्स से पहले बॉडी में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोजन में बदलाव होता है जिससे शरीर को कार्ब्स का सेवन करने की क्रेविंग बढ़ जाती ह.। ऐसे में सेहत का ख्याल रखना चाहिए.
नींद की कमी (Lack of sleep)
जब भी आप सोने का प्रयास करेंगे तो नींद नहीं आएगी, या जब आएगी तो अच्छी गुणवत्ता नहीं होगी। नींद के लिए जिम्मेदार हॉर्मोन आपकी नींद को खराब केविंग्स के कारण हो सकते हैं.
ज्यादा तनाव (Over stress)
स्ट्रेस से बॉडी में हार्मोन कोर्टिसोल का लेवल बढ़ जाता है। जिससे कोर्टिसेल अधिक होने से भूख, लालसा, किसी चीज़ को जानने की की जिज्ञासा बढ़ती है. इसके लिए हमें खुद पर कंट्रोल जरूरी हो जाता है.
संतुलन बनाएं
महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कुछ खाने की इच्छा ज्यादा होती है. इसी वजह से वे अनहेल्दी मंचिंग का शिकार हो जाती हैं. इसे रोकने के लिए दिमाग और संतुलन का बैलेंस बनाना चाहिए.
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