Health Tips: डायबिटिक कीटोएसिडोसिस यानि कि डीकेए एक मेटाबॉलिक हेल्थ स्थिति होती है, जो आपके ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावित करती है. टाइप 1 मधुमेह में, आपके शरीर में इंसुलिन बढ़ाने की क्षमता पर असर पड़ता है. चूंकि पैंक्रियाज से निकलने वाले हार्मोन इंसुलिन आपके शरीर को ब्लड शुगर का इस्तेमाल करने में सहायता करता है, जिससे यह ब्लड शुगर को बाद में प्रयोग की जाने वाली कोशिकाओं में मिला देता है. इसका मतीजा ये होता हैं कि यह आपके ब्लड शुगर के स्तर को बहुत ज्यादा होने से रोकता है. वहीं टाइप 2 डायबिटीज में आपका शरीर ब्लड शुगर के स्तर को अधिक बढ़ने से रोकने के लिए पर्याप्त इंसुलिन बनाने में असक्षम होता है, जिसकी वजह से हालत खराब हो जाती है. इसलिए इसका समय पर उपचार न होने के कारण आपकी आंखों, गुर्दे, नसों और दिल को इससे नुकसान पहुंच सकता है. लेकिन आपकी जीवनशैली में कुछ बदलाव और दवाओं से इसका इलाज संभव है, तो आइए आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं.
क्या है ब्लड शुगर का बढ़ा हुआ स्तर
जब आपका शरीर पर्याप्त मात्रा में इंसुलिन का उत्पादन नहीं कर पाता है और आपके ब्लड शुगर लेवल सामान्य से ज्यादा होता है इसी स्थिति को हाइपरग्लेसेमिया कहते हैं. 140 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर से कम ब्लड शुगर का स्तर सामान्य की श्रेणी में आता है. अगर खाना खाने से पहले आपका ब्लड शुगर 130 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर से ज्यादा होता है और अगर खाने के दो घंटे बाद 180 मिलीग्राम प्रति डेसीलीटर से ज्यादा पाया जाता है, तो यह असामान्य तौर पर हाई ब्लड शुगर का स्तर माना जाता है. हाई ब्लड शुगर के कुछ सामान्य लक्षण ये हैं:
-अधिक प्यास लगना
-बार-बार पेशाब आने की समस्या
-साफ दिखाई न देना
-सिरदर्द की समस्या
-थकान महसूस होना
-बहुत अधिक भूख लगना
ब्लड शुगर स्तर के अचानक बढ़ जाने पर क्या करें?
जब आपके ब्लड शुगर का स्तर एकदम से बहुत ज्यादा बढ़ जाता है, तो इसका समय पर उपचार न किए जाने पर यह बेहद खतरनाक साबित हो सकता है. अगर आप हाई ब्लड शुगर से जूझ रहे हैं, तो ऐसे में यह सुनिश्चित करें कि इसका स्तर बहुत अधिक न हो और जल्दी से सामान्य हो जाए.
इंसुलिन की एक खुराक
हाई ब्लड शुगर से राहत पाने का सबसे तेज और प्रभावी तरीका होता है इंसुलिन लेना. लेकिन इसके उपयोग से पहले आपको डॉक्टर से परामर्श की सलाह दी जाती है. इसके लिए आप हेल्थ एक्सपर्ट से एक रैपिड-एक्टिंग इंसुलिन की खुराक के बारे में जानकारी हासिल करना आवश्यक होता है. इसके बाद आप 15-30 मिनट के बाद अपने ब्लड शुगर की जांच आवश्य कराएं.
हाई ब्लड शुगर कब बनती है एक सीरियस स्थिति?
जब ब्लड शुगर का स्तर बहुत ज्यादा हो, जो लंबे वक्त तक बिना इलाज के रहता है तो आपको डायबिटिक कीटोएसिडोसिस (डीकेए) होने की संभावना हो सकती है. इस समस्या में, आपका ब्लड शुगर स्तर सही मायनों में ऊंचा हो जाता है और आपके शरीर में केटोन्स बनने लगता है. यह एक बेहद गंभीर चिकित्सा स्थिति होती है जोकि व्यक्ति की मौत का कारण भी बन सकती है. DKA के कुछ चेतावनी लक्षण हैं:
-सांस न आने की समस्या
-सांस लेने में परेशानी होना
-मतली और उल्टी जैसा महसूस होना
-मुंह का बहुत ज्यादा सूखना