Weight Loss Advice: आजकल ओवर वेट होने की समस्या आम बनती जा रही है. खुद को फिट रखने लोग जिम में घंटों-घंटों पसीना बहा रहे हैं. वर्कआउट के साथ प्रॉपर डाइट फॉलो कर रहे हैं. बावजूद इसके उनका वेट लॉस (Weight Loss) नहीं हो रहा है. दरअसल, वजन कम करने में आपकी मील टाइमिंग (Meal Timing) का भी बड़ा रोल रहता है. भले ही आप लो कैलोरी डाइट ले रहे हैं लेकिन अगर खाने की टाइमिंग सही नहीं है तो आपको इसका फायदा नहीं मिलेगा. वेट लॉस और हेल्दी लाइफ के लिए रोजाना पांच मील जरूरी होता है. आइए जानते यह आपके वेट लॉस गोल्स को कैसे प्रभावित करती है..

 

वेट लॉस गोल्स को कैसे प्रभावित करती है मील टाइमिंग

 

मेटाबॉलिज्म पर होता है प्रभाव

वजन कम करने के लिए जरूरी है कि, आपके शरीर का मेटाबॉलिज्म अच्छी तरह काम करे. यदि आपका मेटाबॉलिज्म स्लो होता है तो इससे आप जो भी खाना खाते हैं वो खाना एनर्जी की जगह फैट में बदल जाता है. इसके लिए मील टाइमिंग एक अहम् रोल अदा करती है. जब हम हर दिन एक नियत समय पर खाना खाते हैं तो इससे बॉडी उसे आसानी से पचा लेती है. आपको सुबह उठने के 40 मिनट के अंदर अपना ब्रेकफास्ट करना चाहिए. जिससे आपका मेटाबॉलिज्म बूस्ट अप होगा.

 

बॉडी के बायोलॉजिकल साइकल पर इफेक्ट

हम सभी के शरीर में एक बायोलॉजिकल साइकल होती है और समय के अनुसार शरीर में कुछ हार्मोन और एंजाइम निकलते हैं. ये एंजाइम ही खाने को पचाने में हेल्प करते हैं. अगर आप सभी टाइम पर खाना नहीं खाते तो आपका खाना सही तरह से डाइजेस्ट नहीं होता है. जिससे आपको वेट गेन की समस्या बढ़ जाती है.

 

ओवरईटिंग की हो सकती है समस्या

अगर आप सही टाइम पर खाना नहीं खाते हैं तो जिससे आप ओवरईटिंग का शिकार हो जाते हैं. जिससे आपकी वेट लॉस का गोल्स प्रभावित होता है. अगर आप सही समय पर भोजन नहीं करते हैं जिससे आपको एकदम से तेज भूख लगने लगती है. जिसके चलते आप ज्यादा खाना खा लेते हैं. ऐसे में आपके भोजन में कैलोरी काउंट बढ़ जाती है. ओवरईटिंग से आपका खाना ठीक से पच भी नहीं पाता है.