Heart Attack in Winter: कड़ाके की सर्दी में दिल के दौरे का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है, हार्ट अटैक को लेकर खासतौर पर विशेषज्ञों का भी कहना है कि ठंड का मौसम दिल को कई तरह से प्रभावित करता है. इसीलिए इस मौसम में दिल का ख्याल रखना बेहद जरूरी है. नई दिल्ली के एक वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ मनोज कुमार बताते है कि सर्दियों में दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता हैं, बुजुर्गों को दिल का दौरा पड़ने का खतरा अधिक होता है, लेकिन आजकल यह युवाओं में भी देखा जा सकता है. आगे उन्होनें कहा कि सर्दी से बचने के लिए ज्यादा कपड़े पहनने चाहिए, इसके अलावा जिन लोगों को सर्दी ज्यादा लगती हैं उन्हें सर्दियों में सूर्योदय से पहले सुबह की सैर से बचना चाहिए. सर्दियों के दौरान बाहर निकलने से पहले अपने सिर को अच्छी तरह से ढकना बहुत जरूरी है.
ठंड के मौसम में क्यों बढ़ जाता है खतरा?
हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ मनोज ने कहा ठंड के कारण रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं. इसे 'वाहिका संकुचन' के रूप में जाना जाता है. उनकी दीवारों में छोटी मांसपेशियों द्वारा रक्त वाहिकाओं का संकुचन, और उच्च रक्तचाप का कारण बन सकता है. दिल का दौरा कोरोनरी धमनियों में रक्त के थक्के बनने के कारण होता है. यह देखा गया है कि सर्दियों के दौरान हमारे शरीर में फाइब्रिनोजेन का स्तर 23 प्रतिशत तक बढ़ जाता है. इसके अलावा प्लेटलेट काउंट भी बढ़ जाता है और इससे रक्त का थक्का बन सकता है और दिल का दौरा पड़ सकता है. डॉ मनोज ने लोगों को हृदय रोगों से बचने के लिए एहतियात के तौर पर सर्दियों के दौरान विटामिन डी की खुराक लेने की भी सलाह दी.
इस मौसम में विटामिन D लेना जरूरी
विटामिन डी की कमी उन कारकों में से एक है जो दिल के दौरे का कारण बन सकती है. लोगों को सर्दियों के मौसम में पूरक आहार लेना चाहिए. सर्दियों के मौसम में दिल की सेहत बेहतर करने के इन टिप्स पर ध्यान देने की जरूरत है.
• ठंड के दिनों में अपने घर को गर्म रखें.
• ज्यादा व्यायाम न करें, कोशिश करें कि आप टहल लें.
• बाहर जाते समय गर्म, पतले कपड़े पहनना बेहतर होता है.
• अत्यधिक शराब से बचें. अल्कोहल आपको वास्तव में आप की तुलना में गर्म महसूस कर सकता है और जब आप ठंड में बाहर होते हैं तो यह विशेष रूप से खतरनाक हो सकता है.
• गर्म सूप पिएं.
• ह्रदय-स्वस्थ आहार को शामिल करें.
• नियमित रूप से व्यायाम करें.
• टोपी, दस्ताने और मोज़े पहनें.
हार्ट अटैक के लक्षण
• सीने में दर्द दिल के दौरे का सबसे आम चेतावनी संकेत है.
• मतली या उल्टी होना.
• चक्कर आना या सांस लेने में तकलीफ.
• आपके जबड़े, पीठ, गर्दन या कंधों में दर्द रहना.
• अचानक से ठंडा पसीना आना.
• अचानक थकान होना.
सुबह की सैर से बचें
सुबह के समय टहलना और ठंड का आनंद लेना काफी आकर्षक लग सकता है, हालांकि इससे कार्डियक अरेस्ट का खतरा भी बढ़ जाता है. शोधकर्ताओं के अनुसार, सुबह 4 बजे से 10 बजे के बीच एपिनेफ्रीन, नॉरपेनेफ्रिन और कोर्टिसोल जैसे कुछ हार्मोन अधिक सक्रिय हो जाते हैं. इससे ऑक्सीजन की मांग और रक्तचाप में वृद्धि होती है. मधुमेह, उच्च रक्तचाप और फेफड़ों की समस्याओं जैसी अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थितियों वाले लोगों को हर कीमत पर सुबह की सैर से बचना चाहिए.सर्द मौसम ब्लड प्रेशर को बढ़ा देता है, जिससे दिल तेजी से धड़कने लगता है. इसीलिए कोशिश करें कि सुबह की सैर से बचें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.