Heart Attack Symptoms: वर्ष 2022 दिल के लिहाज से अच्छा नहीं रहा. कई सेलिब्रिटीज की इस दौरान मौत हो गई. मशहूर कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव ने हार्ट अटैक के चलते दम तोड़ दिया था. लेकिन हार्ट अटैक आने से पहले बॉडी में कुछ इंडीकेशन देता है. उन लक्षणों को तुरंत पहचानने की जरूरत है. लेकिन जो सीने में दर्द उ रहा है. वह हार्ट अटैक ही या नहीं. इस ओर ध्यान दिए जाने की जरूरत है. आज ऐसे ही लक्षणों के बारे में बताएंगे. जिनसे आसानी से सामान्य चेस्ट पेन और हार्ट अटैक के दर्द के बारे में समझा जा सकता है.
ऐसा होता है दिल का दर्द
डॉक्टरों का कहना है कि अस्पतालों की ओपीडी में आमतौर पर सीने में तेज दर्द के मरीज आते हैं. लेकिन इनमें से तीव्र कोरोनरी सिंड्रोम (एसीएस) की संभावना होता है. इस कंडीशन में हार्ट में ब्लड प्रवाहित होने में बाधा होने लगती है. यह कुल मरीजों में 10 से 15 प्रतिशत तक होता है. सीने में दर्द आमतौर पर हृदय रोग में देखा जाता है. इसके लक्षणों की बात करें तो पसीना, बेचैनी, धड़कन बढ़ना जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. इससे होने वाली परेशानी पीठ, गर्दन, बांह और जबड़े तक फैलती है. सीने में होने वाले दर्द को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए.
इस तरह से करें हार्ट पेन की पहचान
सीने में दर्द दिल की वजह से या अन्य कुछ और. इसकी पुष्टि जांच किए जाने के बाद ही की जा सकती है. डॉक्टरों का कहना है कि ईसीजी, सीरियल कार्डियक मार्कर, 2डी इकोकार्डियोग्राफी, मेडिकल हिस्ट्री और क्लिनिकल और विटल्स पैरामीटर जैसे टेस्ट कुछ ऐसे तरीके हैं जिनसे डॉक्टर दिल की समस्याओं की पुष्टि करते हैं. “दिल के दौरे से संबंधित सीने में दर्द छाती के बाईं ओर अधिक होता है. यह धीरे धीरे बढ़ता जाता है. हालांकि कई बार सीने में दर्द मांसपेशियों में दबाव, गैस और अन्य वजह से भी हो जाता है. लेकिन दर्द हार्ट का है या कुछ और. जांच के बाद ही इसकी पुष्टि हो पाती है.
25 प्रतिशत में हार्ट अटैक का दर्द नहीं होता
डॉक्टरों का कहना है कि कुल हार्ट अटैक आने वाले लोगों में से 20 से 25 प्रतिशत लोग ऐसे हैं, जिनमें किसी तरह का दर्द का अनुभव नहीं होता है. इसे साइलेंट हार्ट अटैक के रूप में माना जाता है. लक्षणों की बात करें तो चक्कर आना, मतली और उल्टी होती है. हालांकि कई बार लोग इसे हलकी एसिडिटी और मामूली चक्कर समझकर नजरअंदाज करते हैं. बाद में इसके नतीजे घातक होते हैं.
ईसीजी में भी नहीं हो पाती पुष्टि
विशेषज्ञों का कहना है कि सामान्य लक्षण मानकर कई बार मरीज अस्पताल नहीं पहुंचते हैं. डॉक्टर हार्ट की प्रारंभिक जांच के लिए ईसीजी कराने की सलाह देते हैं. लेकिन कई बार ईसीजी में हार्ट अटैक मिस हो जाता है. हार्ट अटैक हुआ है या नहीं. इसका पता करने के लिए रक्त ट्रोपोनिन परीक्षण किया जाता है. इसके बाद ही हार्ट की सही कंडीशन सामने आती है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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