दिल की बीमारी आजकल एक बड़ी चिंता का विषय बन गई है, लेकिन सही समय पर जांच और देखभाल से इसे रोका जा सकता है. अगर आप दिल की हेल्थ को लेकर सतर्क हैं, तो कुछ जरूरी टेस्ट कराकर आप अपने दिल की स्थिति का पता लगा सकते हैं. आज हम आपको बताएंगे कि कौन-कौन से टेस्ट आपको करवाने चाहिए और इनका खर्च कितना हो सकता है. इन टेस्ट्स के जरिए आप अपने दिल की हेल्थ का ध्यान रख सकते हैं और दिल की बीमारियों से बच सकते हैं.
लिपिड प्रोफाइल टेस्ट
यह टेस्ट आपके खून में मौजूद कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को मापता है. हाई कोलेस्ट्रॉल दिल की धमनियों में रुकावट पैदा कर सकता है, जिससे दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है. साल में एक बार या डॉक्टर की सलाह पर. इस टेस्ट को करवाने को 500 रुपये से लेकर 1,500 रुपये तक.
ईसीजी (इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम)
ईसीजी (इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम) एक सरल और सामान्य टेस्ट है जो आपके दिल की धड़कन और उसकी लय को मापता है. यह टेस्ट दिल की किसी भी असामान्यता, जैसे कि धड़कन की अनियमितता या दिल की लय में गड़बड़ी का पता लगाने में मदद करता है. ईसीजी के जरिए डॉक्टर को यह समझने में आसानी होती है कि आपके दिल की धड़कन सामान्य है या इसमें कोई समस्या है. अगर आपको सीने में दर्द, सांस लेने में दिक्कत या दिल की धड़कन अनियमित महसूस हो, तो यह टेस्ट करवाना जरूरी है. अगर आपको सीने में दर्द, सांस की तकलीफ या अनियमित दिल की धड़कन महसूस हो रही है. इस टेस्ट को करवाने को 300 रुपये से लेकर 800 रुपये तक.
ईकोकार्डियोग्राम (ईको)
ईकोकार्डियोग्राम एक अल्ट्रासाउंड टेस्ट है जो आपके दिल की संरचना और उसकी काम करने की प्रक्रिया को दिखाता है. इस टेस्ट से डॉक्टर आपके दिल की मांसपेशियों और वाल्व्स की स्थिति को देख सकते हैं और समझ सकते हैं कि दिल सही तरीके से काम कर रहा है या नहीं. यह टेस्ट दिल की सेहत जांचने में मदद करता है. इस टेस्ट को करवाने को 2,000 रुपये से लेकर 5,000 रुपये तक.
ट्रेडमिल टेस्ट (टीएमटी)
इसे स्ट्रेस टेस्ट भी कहा जाता है. इसमें आपको ट्रेडमिल पर चलाया जाता है और इस दौरान आपका दिल कैसे काम कर रहा है, इसे मापा जाता है. इससे दिल की धमनियों में रुकावट का पता चलता है. टीएमटी टेस्ट का खर्च लगभग 2,000 से 4,000 रुपये तक हो सकता है.
सीटी एंजियोग्राफी
सीटी एंजियोग्राफी एक विशेष एक्स-रे टेस्ट है, जो दिल की धमनियों में रुकावट या ब्लॉकेज की जांच करता है. इस टेस्ट से डॉक्टर को दिल की धमनियों की स्थिति का स्पष्ट पता चलता है, जिससे दिल की बीमारी की पहचान और इलाज में मदद मिलती है.
ब्लड शुगर टेस्ट
ब्लड शुगर टेस्ट आपके खून में शुगर के स्तर को मापता है. अगर आपका ब्लड शुगर स्तर उच्च है, तो यह दिल की बीमारी का खतरा बढ़ा सकता है. रोजाना जांच से आप शुगर के स्तर को नियंत्रित रख सकते हैं और दिल की बीमारियों से बचाव कर सकते हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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