पूरी दुनिया में दिल से जुड़ी बीमारी के मरीज में लगातार वृद्धि हो रही है. आजकल खराब लाइफस्टाइल की वजह से किसी को बीपी की समस्या होती है तो किसी का कोलेस्ट्रॉल लेवल हाई रहता है. इसके साथ ही कई लोगों में हार्ट अटैक के लक्षण भी दिखाई देते हैं. आजकल खराब लाइफस्टाइल और गलत खानपान की वजह से दिल की बीमारी ज्यादातर लोगों को हो रही है. अगर दिल की बीमारी का पता सही समय पर चल जाए तो वक्त रहते इसका इलाज किया जा सकता है. नहीं तो स्थिति बेहद गंभीर हो सकती है. इसलिए आपको कभी भी दिल की बीमारी से जुड़ी किसी भी तरह के लक्षण महसूस होता है तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए. खासकर हार्ट ब्लॉकेज की समस्या तो बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें. दरअसल, हार्ट ब्लॉकेज की दिक्कत दिन पर दिन बढ़ती जा रही  है. इसलिए आज आपको इस आर्टिकल के जरिए बताएंगे कि किस तरह से हार्ट ब्लॉकेज की समस्या को दूर किया जा सकता है? 


हार्ट ब्लॉकेज का पता लगाने के लिए कराया जाता है ये टेस्ट


हार्ट ब्लॉकेज का पता लगाने के लिए मरीज का यह टेस्ट किया जाता है. हार्ट ब्लॉकेज आपके दिल की इलेक्ट्रिकल सिस्टम की एक समस्या है. जो दिल की धड़कन यानि हार्ट बीट को अपने कंट्रोल में करती है. इसे एट्रियोवेंट्रिकुलर (एवी) ब्लॉक या कंडक्शन डिसऑर्डर भी कहा जाता है. जब हार्ट में ब्लॉकेज होते हैं. तो इसके लक्षणों और टेस्ट के जरिए इसका पता लगाया जाता है. आइए जानते हैं कार्डियोलॉजिस्ट के मुताबिक हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण क्या है? हार्ट ब्लॉकेज का पता लगाने के लिए कौन सा टेस्ट है जरूरी ? या फिर हार्ट ब्लॉकेज के लिए टेस्ट कैसे करें? 


ECG


अगर आपके शरीर में हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो आपको डॉक्टर सबसे पहले ईसीजी कराने की सलाह दी जाएगी. ईसीजी के जरिए यह पता लगाया जाता है कि हार्ट में ब्लॉकेज कितना है. इसके अलावा अगर सीने में हमेशा दर्द रहता है तो आप दूसरे टेस्ट भी करवा सकते हैं. 


2डी इकोकार्डियोग्राफी 


अगर ईसीजी नॉर्मल आता है तो आप हार्ट ब्लॉकेज का पता लगाने के लिए 2डी इकोकार्डियोग्राफी करवा सकते हैं. इस टेस्ट में हार्ट के मसल्स का पंपिंग का पता लगाया जाता है. साथ ही यह भी पता लगाया जाता है कि हार्ट के  में वाल्व में किसी तरह का लिकैज तो नहीं है.  2डी इकोकार्डियोग्राफी टेस्ट में हार्ट में किसी भी तरह की कोई भी गड़बड़ी दिखती है, तो यह हार्ट ब्लॉकेज हो सकता है. अगर आपके सीने में दर्द, थकान, पीठ में दर्द अक्सर होता है तो आपको यह टेस्ट जरूर करवाना चाहिए. 


ट्रेडमिल स्ट्रेस टेस्ट


ट्रेडमिल स्ट्रेस टेस्ट की मदद से भी आसानी से हार्ट ब्लॉकेज का पता लगाया जा सकता है. ट्रेडमिल स्ट्रेस टेस्ट को एक्सरसाइज स्ट्रेस टेस्ट भी कहा जाता है. इस टेस्ट में व्यक्ति को ट्रेडमिल पर दौड़ना पड़ता है और डॉक्टर हार्ट रिदम, ब्लड प्रेशर और ब्रीदिंग को मॉनिटर करती है. अगर इनमें किसी भी तरह कि गड़बड़ी दिखती है तो हार्ट ब्लॉकेज हो सकता है.  इसके रिपोर्ट में कोई दिक्कत आती है तो स्ट्रेस इको डोबुटामाइन, कार्डिएक एमआरआई, सीटी कोरोनरी एंजियोग्राफी करवाया जा सकता है.


स्ट्रेस थैलियम टेस्ट


दिल के कौन से हिस्से में खून ठीक से नहीं पहुंच रहा है तो उसमें ब्लॉकेज की संभावना अधिक बढ़ जाती है. और तभी स्ट्रेस थैलियम टेस्ट किया जाता है. या फिर कार्डियक एमआरआई किया जाता है.


हार्ट ब्लॉकेज के ये हैं लक्षण


बार-बार थकान महसूस होना


छाती में दर्द होना


जबड़े में दर्द


सीने के बाईं और दाईं तरफ दर्द उठना


पेट की ऊपर हिस्से में दर्द


दाएं और बाएं कंधे में दर्द 


दाएं और बाएं हाथ में दर्द


पीठ में दर्द


चलने पर दर्द बढ़ना


सीढ़ियां चढ़ने पर सांस फूलना


पसीना निकलना


सीने में धक-धक होना


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीके और सुझाव किसी बीमारी का इलाज नहीं हैं, बीमारी में डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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