Cardiovascular Disease Risk: नौकरी की टेंशन हो या रिलेशनशिप की आज की यंग जेननरेशन कई चीजों को लेकर परेशान रहती हैं. स्टडी में इस बात का खुलासा हुआ है कि जो लोग ज्यादा टेंशन में रहते हैं उनके दिल की सेहत जल्दी खराब हो सकती है. जॉन्स हॉप्किंस मेडिसिन की स्टडी के अनुसार, जो युवा ज्यादा उदास महसूस करते हैं उनमें दिल की बीमारी विकसित होने की संभावना अधिक होती है. ये निष्कर्ष शोधकर्ताओं द्वारा 18 से 49 वर्ष की आयु के बीच के आधे मिलियन से अधिक लोगों के डेटा का विश्लेषण करने के बाद आए. जब आप तनावग्रस्त, चिंतित या उदास होते हैं, तो आप काफी बुरा महसूस कर सकते हैं, और आपकी हृदय गति बढ़ जाती है.


आज की यंग जेनरेशन दिल की इस गंभीर बीमारी से जूझ रही है


यह भी सामान्य है कि उदास महसूस करने से धूम्रपान, शराब पीने, कम सोना और शारीरिक रूप से सक्रिय न होने जैसी खराब जीवनशैली के विकल्प हो सकते हैं - सभी प्रतिकूल स्थितियां जो आपके दिल को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती हैं. शोधकर्ताओं ने 593,616  यंग जेनरेशन के डेटा को देखा - 2017 और 2020 के बीच एक स्व-रिपोर्टेड, राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधि सर्चिंग किया गया. इस सर्चिंग में प्रतिभागियों से सवाल पूछा गया कि पिछले महीने में उन्होंने कितने दिनों तक खराब मानसिक स्वास्थ्य का अनुभव किया, क्या उन्हें दिल का दौरा, स्ट्रोक या सीने में दर्द का अनुभव हुआ था.


स्टडी में खुलासा


शोधकर्ताओं ने पाया कि जिन लोगों ने कई दिनों तक खुद को उदास महसूस किया, उन्होनें हृदय रोग और खराब हृदय स्वास्थ्य को ज्यादा महसूस किया. जिन प्रतिभागियों ने 13 खराब मानसिक स्वास्थ्य दिनों की सूचना दी थी, उनमें हृदय रोग की संभावना 1.5 गुना अधिक थी, यह ध्यान देने योग्य है कि अपने दिल और मानसिक स्वास्थ्य दोनों का ख्याल रखना महत्वपूर्ण है. डिप्रेशन और हृदय रोग के बीच का संबंध दो तरफा है. डिप्रेशन आपके दिल के जोखिम को बढ़ाता है, और हृदय रोग के अनुभव वाले लोग डिप्रेशन का अनुभव करते हैं.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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