Interesting Fact Related To Heart:  दिल से जुड़ी दो बातें आपने कई लोगों के मुंह से सुनी होंगी. अचानक कुछ होने पर ये कहना कि ‘ओह, मेरे दिल की धड़कने थम गई थीं.’ या फिर किसी खास को देखकर दिल का जोरों से धड़कना महसूस होना. क्या आपने रियल लाइफ में ऐसा कभी महसूस किया है. अगर महसूस किया है तो यकीन मानिए कि दिल से जुड़ी ये बातें फिल्मी नहीं बल्कि बिलकुल सच हैं और साइंटिफिकली प्रमाणित भी हैं. आपको बताते हैं क्या है दिल तेजी से धड़कना या दिल की धड़कन पलभर के लिए थम जाने के पीछे का साइंस.

 

क्यों तेजी से धड़कता है दिल?

आपके इमोशन्स और आपके दिल का गहरा नाता होता है. आप डर महसूस करते हैं, किसी से प्यार करते हैं या फिर किसी बात को लेकर बहुत ज्यादा एक्साइटेड होते हैं. हर कंडिशन में आपके दिल की धड़कनों पर असर पड़ता है. आसान भाषा में इस तरह समझिए कि आप किसी प्रतियोगिता का हिस्सा बने हैं. प्रतियोगिता शुरू होने से पहले आपका दिल जोर से धक धक करने लगता है. इसका मतलब ये होता है कि दिल का प्रोडेक्टिव मेकेनिज्म एक्टव हो चुका है. जो आपको बेस्ट आउटपुट देने के लिए तैयार हैं. जिसकी वजह से आप अपनी बेहतर क्षमताओं के साथ काम कर सकते हैं.

 

क्या है वजह?

दिल पर ऐसा असर पड़ता है इंटेंस सिंपेथेटिक डिसचार्ज की वजह से. इस डिसचार्ज के चलते खास तरह के हारमोन एक्टिव होते हैं जिन्हें Catecholamines कहा जाता है. इन हारमोन का सीधा असर दिल की धड़कन और रफ्तार पर पड़ता है. आपका ट्रिगर होना या धड़कन का ज्यादा बढ़ना सब इसी वजह से होता है. 

 

दिल की धड़कन थम जाना

ये सिर्फ एक पल की बात है. दिल की धड़कन लंबे समय तक थमना तो जान के लिए खतरा है लेकिन पलभर के लिए थमे तो उसका साइंस अलग है. जब कुछ खास और बहुत इंटेंस हारमोन शरीर में बढ़ते हैं तो प्रीमैच्योर वेंट्रिक्यूलर कॉन्ट्रेक्शन होते हैं. जब दिल को इलेक्ट्रिकल सिग्नल देने वाले पेसमेकर सेल की जगह ये कॉन्ट्रेक्शन आ जाएं तो वो नेक्स्ट धड़कन को इंटरफियर करता है. जिसकी वजह से पॉज आ जाता है. और दिल खून से ज्यादा भर जाता है. इसके बाद जो बीट आती है तब ब्लड का वॉल्यूम ज्यादा हो जाता है. ये पूरी प्रोसेस ऐसी लगती है जैस दिल सेकंड भर के लिए धड़कने से रुक गया हो.