ऐसा अक्सर होता है कि लोगों को सीने में जलन महसूस होने लगती है, यानी की छाती के ठीक बीच में. यह शुरुआत में तो ज्यादा परेशान नहीं करती है, लेकिन कई बार बढ़ते-बढ़ते इतनी बढ़ जाती है कि न जाने कितनी बीमारियां होने लगती है. यह कुछ मिनटों से लेकर कई घंटों तक होती रहती है और हर बढ़ती मिनट के साथ परेशानी भी बढ़ने लगती है. यह समस्या उन लोगों को ज्यादा होती है, जिन्हें गैस्ट्रोसोफेगल रिफल्क्स डिसीज होती है, या जो लोग एंटी- इन्फ्लेमेटरी ड्रग्स लेते हैं. इसमें प्रेगनेंट महिलाएं भी शामिल हैं. लेकिन यह जलन जो छाती में होती है वह हमेशा इन परेशानियों के कारण हो, ऐसा बिल्कुल भी जरुरी नहीं है.
कई बार ऐसा होता है कि यह नई बीमारी के संकेत भी होते है जो लोग अक्सर समझ नहीं पाते. जब तक बीमारी का समझ आता है यह गंभीर रूप ले लेती है. ऐसे में यह जानना बहुत ज्यादा जरुरी है कि किन संकेतों पर आपको खास ध्यान रखना चाहिए. तो चलिए जानते हैं ऐसे लक्षण जिन्हें नज़रअंदाज नहीं करना चाहिए.
- काफी समय तक सीने में जलन होना
- कुछ भी निगलने में मुश्किल होना
- गले में दर्द महसूस होना
- सीने में जलन के कारण उल्टी होना
- वजन अचानक से कम हो जाना
- 2 सप्ताह तक हार्टबर्न महसूस होना
- गला बैठ जाना
कैंसर- हार्टबर्न से जुड़ी समस्या कई बार गले या पेट की आंत में कैंसर के कारण भी हो सकती है. यह हार्टबर्न पेट के आंत में बहने वाला एसिड कई बार टिशू डैमेज कर देता है और इससे एसोफैगस एडिनोकार्सिनोमा विकसित हो जाता है. इतना ही नहीं हार्टबर्न के कारणों को समय रहते पता लगाकर इलाज ना किया जाए तो बैरेट्स एसोफैगस को ट्रिगर कर सकता है जो कि डाइजेशन सिस्टम में होने वाली एक प्री-कैंसर डिसीज है. इस तरह से हार्टबर्न कैंसर का कारण बन जाता है.
हार्ट अटैक- कई बार जब हार्टबर्न होता है तो उसे मामूली जलन समझकर अनदेखा कर देते हैं लेकिन हार्टबर्न अक्सर हार्ट अटैक का संकेत होता है. हार्टबर्न और हार्ट अटैक का फर्क समझने के लिए कुछ लक्षणों पर ध्यान दें. चलिए जानते हैं कौन से लक्षण हैं जिससे पता चलता है कि हार्टअटैक का खतरा है.
- काफी तेज हार्टबीट
- सीने में दर्द
- चिपचिपी त्वचा
- जी मिचलना
- इनडाइजेशन
- मुंह का कड़वा स्वाद
- लेटने पर दर्द बढ़ना
- खाने के बाद गला जलना
पेप्टिक अल्सर डिसीज- जिन लोगों को पेप्टिक अल्सर डिसीज की परेशानी होती है वह इसे सीने में जलन समझकर नजअंदाज कर देते हैं. हार्टबर्न और पेप्टिक अल्सर डिसीज के लक्षण बिल्कुल एक जैसे होते हैं. ऐसे में कुछ संकेतों पर ख़ास ध्यान देना चाहिए.
- जी मिचलना
- उलटी
- जलन वाला दर्द
- बहुत ज्यादा ब्लीडिंग होना
हायटस हर्निया- जब पेट का हिस्सा डायफ्राम में कमजोरी के कारण छाती के निचले हिस्से को ऊपर की तरफ धकेलता है तो इसे हायटस हर्निया कहा जाता है. इस समस्या के बारे में तब ही पता चलता है जब छाती में दर्द या जलन के वक्त जांच करायी जाती है. दरअसल ये दिक्कत 50 से ज्यादा उम्र के लोगों में देखी जाती है. जब तक लक्षण गंभीर ना हो तब तक इसका इलाज कराने की भी जरूरत नहीं पड़ती है. सीने में लगातार जलन बढ़ने पर इसका इलाज जरूर कराएं.
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