लोग अक्सर कहते हैं कि गर्भवती महिला के सीने में अक्सर जलन होती है कि तो बच्चा का बाल घना होता है? एबीपी लाइव हिंदी की स्पेशल सीरिज Myths Vs Facts के जरिए हम आपको इस सवाल के सच्चाई तक पहंचाने की कोशिश करेंगे. दरअसल, इस कहावत का शायद ही कोई सबूत हो. क्योंकि इसे चिकित्सकीय रूप से साबित नहीं किया जा सकता है.


गर्भवती महिलाओं को हार्टबर्न की समस्या का सामना करना पड़ता है जो हार्मोनल असंतुलन आदि जैसे कई कारकों से उत्पन्न हो सकता है.हालांकि, यह अभी भी साबित नहीं हुआ है कि अत्यधिक हार्टबर्न का मतलब यह होगा कि बच्चे के बाल घने होंगे, यह अभी भी एक मिथक है.


क्या कहता है रिसर्च


साल 2006 के एक अध्ययन में सीने में जलन की गंभीरता और बालों की मात्रा के बीच संबंध पाया गया, लेकिन यह छोटा था और ज़्यादातर स्व-रिपोर्ट किए गए डेटा पर आधारित था.अध्ययन सीने में जलन और बालों के बीच कारण-और-प्रभाव संबंध साबित नहीं करता है.अन्य अध्ययनों से पता चला है कि गर्भावस्था के हार्मोन एसोफैजियल स्फिंक्टर को आराम देते हैं, जो सीने में जलन में योगदान देता है.बच्चे के बालों की मात्रा ज़्यादातर आनुवंशिकी द्वारा निर्धारित होती है. उदाहरण के लिए, गहरे रंग के लोगों के जन्म के समय बाल घने होते हैं. गर्भावस्था के दौरान हार्मोन के स्राव से बाल आते हैं.


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शिशु के बाल ही शायद सीने में जलन का कारण नहीं हैं. ज़्यादा संभावना है कि इसका कारण प्रोजेस्टेरोन हो. प्रोजेस्टेरोन एक ऐसा हॉरमोन है जो गर्भावस्था के दौरान आपके पेट और अन्नप्रणाली (वह नली जो आपके मुंह से भोजन और तरल पदार्थ को आपके पेट में पहुंचाती है) के बीच के वाल्व को शिथिल करने के लिए जाना जाता है.


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जन्म के समय बच्चों के बाल कितने होंगे, इसमें आनुवंशिकी की भूमिका होती है. 23andMe आपके DNA में 26 जगहों पर नज़र डालता है जो जन्म के समय आपके बालों की संख्या को प्रभावित करते हैं. ऐसे अन्य कारक भी हैं जो बालों के विकास को प्रभावित कर सकते हैं.



Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.



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