Heat Wave: बढ़ते तापमान और हीटवेव के कारण भारत के कई शहरों में लू की चेतावनी ने सभी को चिंता में डाल दिया है. इन दिनों धूप में एक घंटे के लिए भी बाहर जाने से दाने और सनबर्न जैसे प्रॉब्लम शुरू हो जा रही है. ज्यादा देर तक धूप में रहने से घमौरी की दिक्कत भी शुरू हो जाती है. जिसका हमें वक्त रहते इलाज कर लेना चाहिए. नहीं तो यह आगे जाकर काफी ज्यादा दर्दनाक साबित हो सकता है. हालांकि इन घमौरियों के इलाज के लिए कई मलहम मार्केट में उपलब्ध है जिससे यह तुरंत ठीक हो जाते हैं.
वहीं कई लोगों का मानना है कि ऐलोपैथी की दवाई में कैमिकल काफी ज्यादा होता है. इसकी वजह से हीटवेव से होने वाली घमौरी और फुंसी में आयुर्वेदिक दवाई ही बड़े काम की होती है. आयुर्वेद के जरिए घमौरियों का इलाज करने के लिए आपकी रसोई में कई सामान मौजूद हैं. जिससे स्किन सनबर्न और घमौरी में तुरंत आराम मिलेगा. हीट रैशेज और सनबर्न से बचना है तो आप आयुर्वेद के इन 5 टिप्स को फॉलो कर सकते हैं.
एलोवेरा
एलोवेरा त्वचा और बालों के लिए बहुत अच्छा होता है. त्वचा की देखभाल में जहां यह एक पौष्टिक तत्व है, वहीं गर्मियों में भी यह बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि यह शरीर को ठंडा रखता है. यह सूर्य के लंबे समय तक संपर्क में रहने के कारण होने वाले किसी भी गर्मी के चकत्ते और सनबर्न को भी ठीक करता है.
मुल्तानी मिट्टी
मुल्तानी मिट्टी में एनाल्जेसिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो त्वचा को हीट रैश से तुरंत राहत दिलाने में मदद करते हैं. इसे लगाना भी आसान है. आधा चम्मच मुल्तानी मिट्टी में पानी मिलाकर पेस्ट बना लें और इसे प्रभावित हिस्से पर लगाएं.
पेपरमिंट तेल
पेपरमिंट ऑयल जलन का इलाज करता है और गर्मी के दाने से होने वाले जलन को ठीक करता है। इसे प्रभावित क्षेत्र पर क्रीम, तेल, स्प्रे या क्रीम के रूप में लगाया जा सकता है.
नारियल का तेल
सनबर्न या हीट रैश के मामले में नारियल का तेल त्वचा को आराम देने के लिए अच्छा माना जाता है. यह त्वचा को आराम देने वाले और जीवाणुरोधी गुणों के साथ घमौरियों के लक्षणों को संतुलित करता है.
ककड़ी का रस
गर्मियों में त्वचा को ठंडक पहुंचाने के लिए ताजा खीरे का रस बहुत मददगार होता है. वास्तव में, विशेषज्ञ खीरे को फ्रीज करके गर्मियों में अपनी त्वचा पर लगाने की सलाह देते हैं ताकि इसे हाइड्रेटेड और ठंडा रखा जा सके.
घमौरियों का मुख्य कारण हाइपरहाइड्रोसिस है
घमौरियों का मुख्य कारण हाइपरहाइड्रोसिस है जिसका अर्थ अत्यधिक पसीना, गर्म जलवायु, अत्यधिक शारीरिक गतिविधि, तंग कपड़े और लंबे समय तक बिस्तर पर आराम करना है. सुनिश्चित करें कि आप इस स्थिति से बचने के लिए गर्मियों में हाइड्रेटेड और कूल रहें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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