Baby Heat Rash: बच्चों को हीट रैश की परेशानी होना काफी आम है. लगभग 40 प्रतिशत बच्चे हीट रैश से प्रभावित होते हैं. बच्चों में हीट रैश का कारण स्वेट ग्लैंड्स पूरी तरह से विकसित न होना हो सकता है. वहीं, कुछ मामलों में स्वेट ग्लैंड्स या फिर ज्यादा ओवर हीटिंग की वजह से हीट रैश हो सकता है. हीट रैश की परेशानी को कम करने के लिए अक्सर डॉक्टर घरेलू उपचार अपनाने की सलाह देते हैं. हीट रैशज की वजह से बच्चों के स्किन पर लाल दाने, खुजली होना, गले पर दानें होना, रैशेज के साथ सूजन जैसी शिकायत हो सकती है. हीट रैश बच्चों को गर्दन के साथ-साथ डायपर वाले स्थान पर भी होती है. आइए जानते हैं हीट रैश होने पर माता-पिता को क्या करना चाहिए?
हीट रैश का इलाज
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, अगर बच्चों की स्किन पर कम रैश या फिर हल्के लक्षण हैं, तो इसे ठीक होने में सिर्फ 1 दिन का समय लगता है. इसके लिए आपको दवा या क्रीम की आवश्यकता नहीं होती है. वहीं, अगर बच्चों के जन्म होने के 3 सप्ताह के अंदर हीट रैश दी परेशानी होती है, तो डॉक्टर उनकी स्किन पर टॉपिकल स्टीरॉयड का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं. इसके अलावा सूती कपड़ों को ठंडे पानी में भिगोकर रैशेज के स्थान को साफ करने के लिए कहा जा सकता है.
कैसे करें हीट रैश से बचाव?
- अपने बच्चों को हीट रैशेज से बचाने के लिए उन्हें हल्के और सूती कपड़े पहनाएं.
- स्किन फॉल्ड वाले स्थान जैसे- गर्दन, घुटने, कोहनी वाले स्थानों पर पसीना पोछते रहें.
- बच्चे को ठंडे स्थान पर रखें, ताकि उन्हें गर्मी न लगें.
- अधिक लाइट्स वाले स्थान पर बच्चे को न रखें. इससे रैशेज की समस्या हो सकती है.
- 1 से 2 साल के बच्चों को इस तरह परेशानी होने पर आप उनकी स्किन पर एलोवेरा जेल लगा सकते हैं. इससे बच्चों को ठंडक पहुंचेगी.