जब भी हमें हिचकी आती है तो हम ऐसा सोच लेते हैं कि कोई हमें याद कर रहा है. लेकिन कभी ज्यादा हो जाए तो एकदम चिड़ मचती है. वैसे हिचकी आना तो एकदम नॉर्मल है लेकिन अगर यह ज्यादा बार आने लगे तो फिर मुश्किल है. कुछ हिचकी एक से दो बार होकर खत्म हो जाती है लेकिन कुछ हिचकी ऐसी भी होती है कि यह लंबे वक्त तक आपको परेशान कर देती है. चलिए जानते हैं आखिर हिचकी क्यों आती है?


क्यों आती है हिचकी


दिल और फेफड़ों को पेट से अलग करती है वह है डायफ्राम नाम की मांसपेशी. इस मांसपेशी की ब्रीदिंग यानि सांस लेने के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका होती है. जब सांस की नली में संकुचन होती है तो हमारे फेफड़ों में हवा के लिए एक अलग सी जगह बनती है. जब किसी वजह से अतानक से डायफ्राम मांसपेशी का संकुचन बाहर की तरफ होने लगता है. तो हमें हिचकी होने लगतीहै. 


हिचकी आने के कारण क्या हो सकते हैं?


ज्यादा शराब पीना और स्मोकिंग करना


घबराहट


स्ट्रेस लेना


कभी-कभी अगर आप ज्यादा एक्सराइटेड हैं तब भी हिचकी आ सकती है.


हवा के तापमान में बदलाव के कारण भी हिचकी आ सकती है


बिना चबाकर खाने से भी हिचकी हो सकती है


ज्यादा तीखा खाने से भी हिचकी हो सकती है


डाइजेशन खराब होने के कारण भी हिचकी हो सकती है


हिचकी को रोकने के लिए करें ये घरेलू उपाय


हिचकी को रोकना है तो एक गिलास गुनगुना पानी लें उसमें कुछ पुदीने के पत्ते, नींबू का रस और एक चुटकी नमक डाल दें. यह पानी पीने से आपकी गैस से आराम तो मिलेग हिचकी भी खत्म हो जाएगी. 


एक चौथाई हिंग पाउडर लें और उसे आधा चम्मच मक्खन में मिलाकर खाएं. इसे खाने से भी हिचकी रूक जाती है


सोंठ और हरड़ पाउडर को मिलाकर एक चम्मच पाउडर को पानी के साथ खाएं इससे भी राहत मिलेगी. 


ज्यादा हिचकी आ रही है तो नींबू का टुकड़ा चूसें. इससे बेहद आराम मिलता है. 


हिचकी रोकने में इलायची का पानी भी बेहद कारगर है. 2 इलायची को पानी उबालें और फिर उस पानी को पी लें


शहद खाकर भी हिचकी को कंट्रोल किया जा सकता है. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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