World Heart Day 2023: हार्ट (heart) यानी दिल हमारे लिए सबसे जरूरी अंगों में से एक है जिसकी सुरक्षा करना सेहतमंद रहने के लिए बहुत जरूरी कहा जाता है. बदलते लाइफस्टाइल, अनियमित खान पान और तनाव के चलते आजकल दिल बहुत जल्दी खतरे की जद में आ जाता है. ऐसे में दुनिया में दिल के मरीज बहुत तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. ह्रदय स्वास्थ्य संबंधी जागरुकता फैलाने और दिल संबंधी जोखिमों से बचने के लिए प्रोत्साहन देने के लिए ही हर साल 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे (World Heart Day)मनाया जाता है. यूं तो दिल की बीमारी किसी को भी हो सकती है लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि शरीर में पहले से कुछ बीमारियों के चलते कुछ लोग दिल संबंधी जोखिमों का शिकार बन जाते हैं. आइए जानते हैं कि किन बीमारियों के होने पर शरीर में दिल संबंधी जटिलताएं होने का खतरा बढ़ जाता है. 

 

कोरोना के शिकार लोग बने हैं हार्ट डिजीज के शिकार 

तीन साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है और कोरोना  महामारी अभी भी पूरी तरह खत्म नहीं हो पाई है. जिन लोगों को कोरोना की बीमारी ने जकड़ा है, ऐसे लोग दिल संबंधी बीमारियों का ज्यादा शिकार बने हैं. कोरोना संक्रमित शरीर में ब्लड क्लॉटिंग और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. 

 

हाई बीपी के शिकार लोग 

जो लोग उच्च रक्तचाप यानी हाई बीपी के शिकार होते हैं, उन्हें सबसे हार्ट अटैक का खतरा बहुत ज्यादा होता है. दरअसल हाई बीपी के चलते ब्लड वैसल्स यानी रक्त धमनियां सख्त हो जाती हैं और इससे शरीर में रक्त का सर्कुलेशन मुश्किल होने लगता है जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. अगर बीपी ज्यादा हाई है तो कार्डिएक अरेस्ट का रिस्क भी काफी बढ़ जाता है. 

 

शुगर के रोगी भी हैं हार्ट संबंधी रिस्क में
  
  

जिन लोगो को डायबिटीज है यानी जो लोग शुगर के मरीज हैं, उन्हें भी हार्ट संबंधी रिस्क बहुत ज्यादा रहते हैं. इस स्थिति में शरीर में ग्लूकोज की मात्रा काफी बढ़ जाती है जिससे ब्लड वैसल्स को काफी नुकसान पहुंचता है. हेल्थ एक्सपर्ट कहते हैं कि शुगर रोगियों को बाकी लोगों की तुलना में हार्ट डिजीज के रिस्क काफी ज्यादा होते हैं. 

 

बढ़ता वजन भी है खतरनाक  

मोटापा अपने आप में एक बीमारी है और ये बीमारी हार्ट डिजीज को सीधे तौर पर न्यौता देती है. शरीर में फैट चढ़ने पर बेड कोलेस्ट्रोल बढ़ता है जिससे रक्त धमनियां अवरुद्ध होती हैं और इसके चलते हार्ट अटैक के खतरे बढ़ जाते हैं. इसलिए अगर आपको हार्ट डिजीज से दूर रहना है तो शरीर को मोटापे की चपेट में आने से बचाना चाहिए.

 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.

 

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