Cholesterol: आपकी नसों में जमा है कितना कोलेस्ट्रॉल? बिना टेस्ट के ऐसे लगाएं पता
हार्ट में ब्लॉकेज होने पर हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए इसे वक्त रहते पता लगाना बेहद जरूरी है. इसके लिए खास तरह का मेडिकल टेस्ट होता है.
हार्ट में ब्लॉकेज होने पर हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए इसे वक्त रहते पता लगाना बेहद जरूरी है. इसके लिए खास तरह का मेडिकल टेस्ट होता है. जिसके जरिए एक दिन के अंदर इसका पता लगाया जा सकता है. जिससे आप इसका सही वक्त पर निदान कर सकते हैं.
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो
पिछले कुछ सालों में दिल का दौरा पड़ने से होने वाली मौत की संख्या बढ़ी है. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो(एनसीआरबी) से मिली आंकड़ों से पता चला है कि सिर्फ साल 2022 में दिल का दौरा पड़ने से 12.5 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है. हार्ट अटैक और दिल से जुड़ी बीमारियों की सबसे बड़ी वजह है हार्ट में ब्लॉकेज की समस्या है.
दिल में ब्लॉकेज होने लगता है
हार्ट ब्लॉक एक ऐसी कंडीशन होती है जहां दिल ठीक से फंक्शन नहीं करता है. इसमें दिल की धड़कन ठीक से काम नहीं करती है. दिल का दौरा या कोरोनरी आर्टरी डिजीज, पोटेशियम का लेवल बढ़ने लगता है. इसके कारण हार्ट में ब्लॉकेज होने लगते हैं. और कोलेस्ट्रॉल का लेवल भी बढ़ने लगता है.
ब्लॉकेज का समय रहते पता नहीं चलता है. जब तक इसके लक्षणों का पता चलता है हार्ट अटैक हो जाता है. हार्ट ब्लॉकेज का वक्त रहते पता लगाना बेहद जरूरी है. ताकि इसे वक्त रहते निदान किया जा सके. SAAOL के फाउंडर और भारत में जानेमाने हार्ट डॉक्टर बिमल छाजेड़ आपको बता रहे हैं एक दिन में इस स्थिति का कैसा पता लगाया जा सके.
ct coronary scan Test
डॉक्टर के मुताबिक एक दिन में हार्ट ब्लॉकेज का पता लगाया जा सकता है. लेकिन इसके लिए आपको एडवांस टेक्नोलॉजी का सहारा लेना होगा. आजकल मार्केट में ct coronary scan आ गई है. यह टेस्ट करने में 5 मिनट का टाइम लगता है. 3 सेकंड के लिए एक इंजेक्शन दी जाती है. 5 सेकंड एक एक्सरे लिया जाता है और इससे अंदर की सारी पिक्चर आ जाती है. इससे आसानी से पता लगया जा सकता है ब्लॉकेज कितना परसेंट हुआ है. 10, 20, 50 या 80 कितना प्रतिशत ब्लॉकेज हुआ है. इसमें ब्लॉकेज की लोकेशन का पता भी लगाया जा सकता है.
बिना टेस्ट करवाएं ऐसे होते हैं हार्ट ब्लॉकेज के लक्षण
कुछ लोगों को चक्कर आना या बेहोश होना, छाती में दर्द या सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं. बेहोश होने, सांस फूलना, बहुत ज्यादा थकान और कभी-कभी एंग्जायटी और छाती में दर्द इसके लक्षण हो सकते हैं.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें: Weight Loss: एक महीने में कितना वजन कम करना है सही? कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये गलती
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )