Cancer Treatment: एचआईवी दुनिया मेें लाइलाज बीमारियों में से एक है. एक बार ये रोग हो जाए तो जीवनभर दवाएं खानी पड़ती है. एचआईवी एक भयानक सपने जैसे होता है. सोशली तिरस्कार भी ऐसे व्यक्ति को झेलना पड़ता है. वहीं, कैंसर को भी ऐसी ही गंभीर बीमारी के तौर पर देखा जाता है. यदि इस बीमारी की पहचान पहली स्टेज पर हो जाए तो बचाव संभव है. लेकिन अंतिम चरण में डिसीज है तो इलाज हो पाना मुश्किल है. लेकिन ऐसी खबर सामने आई, जिसमें व्यक्ति को एचआईवी और कैंसर दोनों ही बीमारी थी. एक और इलाज से दोनों बीमारी से उबर गया.
पत्रिका में पब्लिश हुई स्टडी
हाल मेें वैज्ञानिक पत्रिका नेचर मेडिसिन मेें रिपोर्ट पब्लिश हुई. रिपोर्ट में बताया गया कि 53 वर्षीय व्यक्ति Adam Castillejo कैंसर और एचआईवी दोनों बीमारी से पीड़ित थे. कैंसर के इलाज के लिए पेशेंट को स्टेम सेल ट्रांसप्लांट किया गया. इलाज के बाद जांच की गई तो कैंसर और एचआईवी दोनों ठीक हो गए. Adam Castillejo को The London Patient के नाम से भी जाता है.
2000 में एचआईवी होने की पुष्टि
पेशेंट ने बताया कि वर्ष 2000 में जांच कराने पर एचआईवी की पुष्टि हो गई. इस समय एचआईवी का इलाज बहुत रेयर माना जाता थे. एआरटी दवाएं भी उतनी कारागर नहीं थीं. एक दशक बाद लिम्फोमा कैंसर की पुष्टि हुई. यह कैंसर की चौथी स्टेज थी. दोनों गंभीर बीमारी होने के बाद जीवन जीने की इच्छा खत्म हो गई.
डॉक्टरों ने दी स्टेम सेल ट्रांसप्लांट की सलाह
एचआईवी के इलाज में बोन मैरो ट्रांसप्लांट की जरूरत नहीं थी. एआरटी से इलाज चल रहा था. लेकिन जब लिम्फोमा कैंसर हुई तो डॉक्टरों ने बचाव के लिए स्टेम सेल ट्रांसप्लांट की सलाह दी. इलाज शुरू करने से पहले पेशेंट को एचआईवी और कैंसर दोनों बीमारी थीं. लेकिन इलाज की प्रक्रिया पूरी होने के बाद जांच की गई तो पेशेंट की बॉडी से एचआईवी वायरस पूरी तरह खत्म हो चुका था. वहीं, लिम्फोमा से भी राहत मिल गई.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.