पुरुष और महिला दोनों तरह के कंडोम होते हैं. जो सही तरीके से इस्तेमाल किए जाने पर प्रभावी होते हैं. बाहरी कंडोम उसे कहते हैं जो आम कंडोम है जो आजकल ज्यादातर लोग इस्तेमाल करते हैं. वहीं इंटरनल कंडोम ऐसे होते हैं जो योनि के अंदर फिट  हो जाते हैं. कंडोम में जो ल्यूब पाया जाता है . वह अनचाही गर्भावस्था, एचआईवी सहित कई सारी गंभीर बीमारी से बचाता है. 


कंडोम लगाने के बावजूद हो सकता है HIV


जहां तक यह बात रही कि कंडोम के इस्तेमाल के बावजूद एक से ज्यादा पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाने से एचआईवी का खतरा हो सकता है. ? तो इसका जवाब है हां ऐसा हो सकता है. दरअसल, एचआईवी संक्रमण का जोखिम कई बार संपर्क में आने से बढ़ जाता है, भले ही आप कंडोम का इस्तेमाल करें.


इन कारणों से होता है एचआईवी


उदाहरण के लिए, अगर कोई महिला एचआईवी पॉजिटिव पुरुष के साथ 100 बार असुरक्षित शारीरिक संबंध बनाती है तो तो उसे एचआईवी संक्रमण का कुल जोखिम लगभग 10% बढ़ जाएगा. हालांकि, लगातार कंडोम का इस्तेमाल एचआईवी संक्रमण के जोखिम को कम कर सकता है, लेकिन इसे खत्म नहीं करता है. एचआईवी संक्रमण के जोखिम को बढ़ाने वाले अन्य कारकों में शामिल हैं.


एचआईवी और एसटीआई जैसी गंभीर बीमारी को रोकने का एकमात्र 100% प्रभावी तरीका है आप खुद पर कंट्रोल रखें. लेटेक्स पुरुष कंडोम या महिला कंडोम का उपयोग करने से एचआईवी और एसटीआई संचरण का जोखिम काफी हद तक कम हो सकता है, लेकिन पूरी तरह से समाप्त नहीं हो सकता है.


कंडोम एचआईवी, अन्य यौन संचारित रोगों और अनियोजित गर्भधारण की रोकथाम के लिए एक आवश्यक और प्रभावी उपकरण बना हुआ है. कंडोम का उपयोग वैश्विक स्तर पर एचआईवी के संक्रमण को कम करने के लिए एक महत्वपूर्ण माना जाता है. 77 उच्च-भार वाले देशों में एड्स महामारी पर अतीत और भविष्य के कंडोम के उपयोग के प्रभाव की जांच करने वाले एक मॉडलिंग अध्ययन ने पाया कि 1990 के बाद से कंडोम के उपयोग में वृद्धि ने अनुमानित 117 मिलियन नए एचआईवी संक्रमणों को रोका है. जिनमें से लगभग आधे (47%) उप-सहारा अफ्रीका में और एक तिहाई से अधिक (37%) एशिया और प्रशांत क्षेत्र में हैं. इसके अलावा, कंडोम सहित गर्भनिरोधकों का उपयोग करके हर साल 300 मिलियन से अधिक अनियोजित गर्भधारण को रोकने का अनुमान है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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