लंदन: एक नई रिसर्च में कहा गया है कि उपचार में सुधार आने के कारण अब एचआईवी से प्रभावित युवा लोग सामान्य जीवन प्रत्याशा के साथ जी सकते हैं. यह रिसर्च द लांसेट जनरल में प्रकाशित हुई.
शोधकर्ताओं ने कहा कि वर्ष 2008 में एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी शुरू करने वाला कोई 20 साल का व्यक्ति, जिसमें उपचार के एक साल बार वायरल का प्रकोप कम रहा हो, उसकी लाइफ सामान्य जनसंख्या के स्तर तक यानी 78 साल तक जा सकती है.
उन्होंने कहा कि यह वृद्धि उन लोगों में है, जिन्होंने उपचार कराया है. यह वृद्धि 1990 के दशक के मध्य में लाई गई एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी के बाद जीवन प्रत्याशा में आए सुधार से इतर है.
ये निष्कर्ष एचआईवी से ग्रस्त लोगों से जुड़े कलंक को कम कर सकते हैं और उन्हें रोजगार, चिकित्सा बीमा दिलाने में मददगार साबित हो सकते हैं. इसके साथ-साथ यह उन लोगों को जल्द उपचार शुरू करने और उसे जारी रखने के लिए प्रेरित कर सकते हैं, जिनमें एचआईवी पाया गया है.
नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.