HMPV और Corona के एक जैसे लक्षण, फिर कैसे पहचानें कि शरीर में घुस चुका है नया वाला वायरस
एचएमपीवी वायरस के लक्षण लगभग कोरोना जैसे ही हैं. दोनों ही वारयस संक्रमित व्यक्ति की श्वसन प्रणाली पर अटैक करते हैं. ऐसे में कैसे पहचानें कि संक्रमित व्यक्ति में कोरोना के लक्षण हैं या फिर एचएमपीवी के?
ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) भारत में दस्तक दे चुका है. दो दिन में इसके सात केस सामने आए हैं. चीन से सामने आए इस वायरस ने एक बार फिर लोगों की चिंता बढ़ा दी है. दरअसल, कोविड-19 का कहर एक बार दुनिया देख चुकी है. ऐसे में नए वायरस से डरना लाजमी है. हालांकि, स्वास्थ्य विशेषज्ञ इस वायरस से ज्यादा पैनिक नहीं होने की अपील कर रहे हैं. स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि यह वायरस कोरोना जितना खतरनाक नहीं है.
भले ही इस वायरस को कोरोना जैसा खतरनाक न माना जा रहा हो, लेकिन एचएमपीवी वायरस के लक्षण लगभग कोरोना जैसे ही हैं. दोनों ही वारयस संक्रमित व्यक्ति की श्वसन प्रणाली पर अटैक करते हैं. ऐसे में कैसे पहचानें कि संक्रमित व्यक्ति में कोरोना के लक्षण हैं या फिर एचएमपीवी के? आइए जानते हैं.
HMPV और कोरोना में क्या है अंतर
एचएमपीवी और कोरोना दोनों ही वायरस हैं. हालांकि, दोनों काफी अलग हैं. कोरोना एक नया वायरस था, जिस कारण इससे लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता मौजूद नहीं थी. हालांकि, एचएमपीवी पैरामाइक्सोवायरस फैमिली का वायरस है, जो पहले से ही मौजूद था. इसकी पहचान 2001 में की गइ थी. सबसे बड़ी बात यह है कि एचएमपीवी वायरस कमजोर इम्यूनिटी वाले व्यक्तियों या फिर 5 साल से कम उम्र के बच्चों को ही संक्रमित कर सकता है. वहीं, कोरोना वायरस मजबूत इम्यूनिटी वाले व्यक्तयों को भी संक्रमित करने की क्षमता रखता है.
HMPV वायरस के लक्षण
- बुखान आना
- खांसी और नाक बंद होना
- गले में खराश
- सांस लेने में परेशानी होना
- संक्रमण बढ़ने पर ब्रोन्काइटिस या निमोनिया का खतरा
कोरोना के लक्षण
- बुखाना खाना
- खांसी और नाक बंद होना
- गले में खराश
- सांस लेने में तकलीफ होना
- खाने का टेस्ट व गंध न आना
- आंखों में खुजली या लाल हो जाना
- सीने में दर्द
- शरीर पर चकत्ते पड़ना
कैसे करें पहचान
- एचएमपीवी वायरस से संक्रमित व्यक्ति में लक्षण हल्के होते हैं, लेकिन कोरोना में यह लक्षण काफी गंभीर हो सकते हैं. कोरोना में स्वाद और गंध चली जाती है, लेकिन एचएमपीवी में ऐसा नहीं है.
- एचएमपीवी ज्यादातर छोटे उम्र के बच्चों या फिर बुजुर्गों को प्रभावित करता है. बल्कि कोरोना कोविड-19 सभी आयु वर्ग के लोगों को संक्रमित कर सकता है.
- एचएमपीवी की जांच भी कोरोना की तरह RT-PCR की तरह की जा सकती है. यह सबसे सटीक तरीका है.
- इसकी पहचान के लिए कल्चर टेस्ट भी किया जा सकता है. वायरस को सेल कल्चर में विकसित कर पहचान की जाती है, इसमें तीन से चार दिन लग जाते हैं.
- खून में एंटीबॉडी की से भी वायरस की मौजूदगी का पता लगाया जा सकता है.
यह भी पढ़ें: क्या एंटीबायोटिक दवाओं से हो सकता है HMPV का इलाज, कितनी कारगर हैं इस वायरस के आगे दवाएं
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )