Conceiving Issues: बच्चे की चाहत हर कपल के मन में होती है. शादी के कुछ समय बाद हर कपल का सबसे बड़ा सपना घर में एक नन्हें मेहमान का स्वागत करना होता है. लेकिन कई बार अनजाने कारणों से इस सपने को पूरा करने में दिक्कत आने लगती है. इनमें कई ऐसे मेडिकल कारण होते हैं, जो महिला या पुरुष में रिप्रोडक्शन संबंधी इश्यूज को पैदा करते हैं. इन्हीं में से एक कारण है महिलाओं के शरीर में खून की कमी होना.
हमारे देश में महिलाओं में खून की कमी होना एक गंभीर समस्या है, जिसके चलते महिलाओं की लाइफ बुरी तरह प्रभावित होती है. कमजोरी, आंखों के नीचे काले घेरे, चक्कर आना, पीरियड्स संबंधी समस्याएं होना, बार-बार बीमार पड़ना... इत्यादि ऐसे हेल्थ इश्यूज हैं, जो एनिमिक महिलाओं को लगातार बने रहते हैं. लेकिन शादी के बाद भी यदि किसी महिला के शरीर में खून की कमी हो जाती है तो उसे गर्भ धारण करने में भी समस्या हो सकती है. क्योंकि खून की कमी के कारण एग बनने में भी समस्या होने लगती है.
खून की कमी और प्रेग्नेंसी ना होना?
- क्या खून की कमी का गर्भ धारण से कोई संबंध है... ये सवाल अक्सर ही उन महिलाओं द्वारा पूछा जाता है, जिन्हें गर्भधारण में समस्या आ रही होती है. तो यहां जान लीजिए किस तरह हीमोग्लोबिन, आयरन और ब्लड की कमी आपके मां बनने के सपने को पूरा होने से रोकती है...
- शरीर को पोषण देने वाला ब्लड कई अलग-अलग चीजों से मिलकर बना होता है. जैसे रेड ब्लड सेल्स, वाइट ब्लड सेल्स, प्लाज्मा, आयरन, ऑक्सीजन इत्यादि.
- रेड ब्लड सेल्स यानी लाल रक्त कोशिकाओं के अंदर लाखों की संख्या में हीमोग्लोबिन मॉलेक्यूल्स होते हैं और इन्हीं मॉल्येक्यूल्स की मदद से ब्लड शरीर के अंदर मौजूद कोशिकाओं को ऑक्सीजन की सप्लाई कर पाता है. किसी भी कारण से जब ब्लड में रेड सेल्स की कमी हो जाती है तो शरीर में कमजोरी आने लगती है और हेल्थ खराब होने लगती है.
- जब खून के अंदर रेड ब्लड सेल्स की कमी के कारण हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है तो इसी स्थिति को एनीमिया कहा जाता है. एनिमिया के कारण और खासतौर पर रेड ब्लड सेल्स की कमी के कारण कई तरह के डिसऑर्डर्स शरीर के अंदर पनपते हैं. इन्हीं में से एक डिसऑर्डर है मायलोडीस्प्लास्टिक सिंड्रोम (Myelodysplastic syndromes). जो रिप्रोडक्शन संबंधी सस्याओं से जुड़ा है.
- इंटरनेशनल जरनल ऑफ करंट रिसर्च ऐंड अकेडमिक रिव्यू में प्रकाशित एक शोध में बताया गया है कि जो महिलाएं पर्याप्त मात्रा में आयरन रिच फूड्स का सेवन नहीं करती हैं, उनके शरीर को गर्भ धारण करने के लिए जरूरी एग बनाने में समस्या हो सकती है.
- यदि एनियमिया के बाद भी किसी महिला की बॉडी सही मात्रा में एग बना पाती है तो इन एग की क्वालिटी अच्छी नहीं होती है और खराब एग क्वालिटी की समस्या के चलते प्रेग्नेंट होने की संभावना 60 प्रतिशत तक घट जाती है. क्योंकि ऑवल्यूशन के दौरान बने ये एग कंसीविंग की प्रक्रिया को सही तरीके से पूरा नहीं कर पाते हैं.
एनिमिया के कारण क्यों नहीं होता गर्भ धारण?
- शरीर में आयरन की कमी होने पर रेड ब्लड सेल्स नहीं बन पातीं
- रेड ब्लड सेल्स की कमी होने से हीमोग्लोबिना का स्तर घट जाता है
- हीमोग्लोबिन कम होने से शरीर की अंदरूनी कोशिकाओं और टिश्यूज को सही मात्रा में ऑक्सीजन नहीं मिल पाती.
- सही मात्रा में ऑक्सीजन ना मिलने से ओवरी ज और यूट्रस की कोशिकाओं को ऑवल्यूशन की प्रक्रिया को हेल्दी रखने में समस्या होती है.
- हेल्दी ऑवल्यूशन ना होने से एग की क्वालिटी घट जाती है.
- हेल्दी एग ना बन पाने के कारण कंसीविंग की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाती और इस स्थिति में किसी भी महिला का मां बनने का सपना अधूरा रह जाता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.