IVF Treatment: फ्राइडे नाइट्स इंजॉय करना और हर मंडे से फ्राइडे का इंतजार शुरू कर देना... जो लोग फ्राइडे के फ्राइडे पैग लगाते हैं, वे फिर भी खतरे की लिस्ट में जरा निचले पायदान पर हैं. लेकिन जो लोग हर रोज ऑफिस के बाद पैग लगाना पसंद करते हैं, हर दिन कम से कम 3 से 4 सिगरेट फूंक डालते हैं, ये खबर उनकी आंखें खोलने वाली है. खासतौर पर अगर आप आप यंग हैं और अभी शादी के बाद परिवार बसाना बाकी है तो वक्त रहते संभल जाइए, नहीं तो दवाएं, सर्जरी, थेरपी और अलग-अलग ट्रीटमेंट का हर दिन बढ़ता बाजार आप जैसे नए ग्राहकों की तलाश में बैठा हुआ है.


यंग गर्ल्स और बॉयज पर खराब लाइफस्टाइल का असर इतना अधिक हो रहा है कि शादी के बाद फैमिली प्लानिंग के लिए  IVF जैसे ट्रीट्मेंट के बिना कोई संभावना नजर ही नहीं आ रही है...तभी तो 2031 तक फर्टिलिटी मार्केट 4 गुना होने की पूरी संभावना है. अलाइड मार्केट रिसर्च (Allied Market Research) द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2031 में फर्टिलिटी मार्केट बढ़कर 4 गुना होने की पूरी संभावना है. 


क्या कहती है फर्टिलिटी रिपोर्ट?
फर्टिलिटी सर्विस मार्केट नाम से प्रकाशित इस रिपोर्ट में बताया गया है कि साल 2021 में फर्टिलिटी मार्केट 21.13 बिलियन डॉलर का था, जिसमें इनविट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF), इंट्रासाइटोप्लाज़मिक स्पर्म इंजेक्शन (ICSI) शामिल है. साल 2031 तक यानी सिर्फ 10 साल (एक दशक) में ये मार्केट बढ़कर 90.79 बिलियन डॉलर हो जाने की पूरी संभावना है. यानी करीब 4 गुना तक ये बाजार बढ़ जाएगा. एक बिलियन में सौ करोड़ होते हैं, इससे आप खुद अंदाजा लगा लीजिए कि इंफर्टिलिटी (नपुसंकता) ने कैसे दुनियाभर में एक बड़ा बाजार खड़ा कर दिया है.  इसका अर्थ ये भी है कि आने वाले समय में युवा लड़के-लड़कियों को संतान पैदा करने में और भी दिक्कतें होने वाली हैं!


क्यों बढ़ रहा है फर्टिलिटी मार्केट?


इस मार्केट के बढ़ने के जिन कारणों का जिक्र इस रिसर्च में किया गया है, ये सीधे-सीधे युवा लड़के-लड़कियों के खराब लाइफस्टाइल से संबंधित है...



  • देर रात तक जागना

  • एल्कोहॉल लेना

  • स्मोकिंग करना

  • सही डायट का अभाव

  • नींद पूरी ना लेना

  • फिजिकली ऐक्टिव ना रहना

  • एक्सर्साइज ना करना


क्या कहती है सीडीएस की रिपोर्ट?


साल 2020 में अमेरिकी हेल्थ एजेंसी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ऐंड प्रिवेंशन (CDC) द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट में कहा गया कि 35 से 39 साल की उम्र की महिलाओं में फर्टिलिटी रेट तेजी से गिरा है क्योंकि इस उम्र में बनने वाले एग डायरेक्टली स्पर्म के साथ फर्टाइल नहीं हो पाते हैं. साथ ही इस उम्र में प्रेग्नेंसी के दौरान बच्चे में जेनेटिकल डिजीज होने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में फर्टिलिटी सर्विस के जरिए इस खतरे को कम किया जाना भी फर्टिलिटी मार्केट के बढ़ने का एक बड़ा कारण है. करियर के चलते लेट शादी करने के कारण भी फर्टिलिटी की समस्या लड़के और लड़कियों में बढ़ रही है.


 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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