Cooking For Mental Health: मानसिक स्वास्थ्य (Mental Health) की जब बात आती है तो हम एक्सरसाइज, खेल कूद और फिजिकल एक्टिविटीज को काफी महत्व देते हैं. लेकिन शायद ये कम ही लोग जानते हैं कि कुकिंग यानी खाना पकाना भी मेंटल हेल्थ को बूस्ट कर सकता है. जी हां, होम कुकिंग यानी घर में भोजन पकाना (Cooking) औऱ खाना दिमाग को तेज और स्वस्थ बनाने में अहम भूमिका निभा सकता है. हेल्थ  एक्सपर्ट भी होम कुकिंग को मेंटल हेल्थ बूस्टर की तरह मानते हैं. जाहिर है आपके मन में भी यह सवाल उठ रहा होगा कि आखिर कुकिंग का मेंटल हेल्थ से क्या लेना देना. दरअसल जिन लोगों कुकिंग का शौक होता है, उन्हें देखने पर पता चल जाता है कि वो कुकिंग को मेंटली  कितना इन्जॉय करते हैं क्योंकि खाना पकाने की हर प्रोसेस असल में आपके दिमाग को ताजा, मजबूत और फोक्सड रखने में मदद करती है.

सेंस करने की पॉवर बढ़ती है 


दरअसल जब हम खाना पकाते हैं तो हमारी सेंस पॉवर  बढ़ जाती है. किस चीज को कितना पकाना है, कितने मसाले डालने हैं, इसके लिए हमें सेंस बढ़ाने की जरूरत पड़ती है.  इसकी मदद से हम बिना तोले और मापे अपने अंदाज से चीजों को सही समय पर पकाते हैं.  इसका फायदा ये होता है कि इस दौरान दिमाग शांत होता है और डाइवर्ट हो जाता है और परेशानी कम हो जाती है. इसके अलावा मानसिक बीमारियों से बचने के साथ साथ आपके सोचने समझने की शक्ति भी बढ़ती है. 

मेडिटेशन की तरह काम करता है


इंग्रेडिएंट्स तैयार करना, सीजनिंग को कस्टमाइज करना और खाना पकाने की प्रक्रिया को देखना ये सभी स्किल हैं जो कुकिंग आपका ध्यान उन चीजो से हटाकर केंद्रित रहने में मदद कर सकती हैं जिनसे आपको बचना चाहिए. ये कुछ प्रकार के मानसिक रोगों को ठीक करने में प्रभावी है.


मोटर स्किल बूस्ट होती है


जब हम सब्जी काटते हैं तो चाकू किस तरह चलाना है, कितने प्रेशर से चलाना  है और कितनी गहराई तक सब्जी काटनी है, इसके जरिये हमारा मोटर स्किल बूस्ट होता है. 

फोकस्ड माइंड की जरूरत 


जब हम सब्जी पकाते हैं तो हमारा फोकस बढ़ता है, जरा सी गलती और सब्जी का जल जाना, दूध  का फट जाना और उबल कर बाहर गिर जाना. इन सबके लिए माइंड फोकस की जरूरत होती है. सब्जी पकने में  लगने वाला समय, उसके पकने पर ध्यान फोकस करना, सही मसालों का कॉम्बिनेशन करते समय फोकस करने की जरूरत है और इसी प्रोसेस से माइंड को फोकस्ड करने में काफी मदद मिलती है. 

 

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