हाई कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर मीठा खाना चाहिए या नहीं? जानें कैसे कर सकते हैं कंट्र्रोल...
Sugar Intake Affect Cholesterol Levels:बहुत ज्यादा मीठा खाने से लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एलडीएल) कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है.
Sugar Intake Affect Cholesterol Levels: खराब खानपान और लाइफस्टाइट में गड़बड़ी हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या को जन्म देता है. बहुत ज्यादा तला-भुना, मसालेदार खाना सेहत को बुरी तरह से खराब कर सकती है. खराब खानपान शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल का कारण बनता है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि शरीर में बैड और गुड कोलेस्ट्रॉल दो तरह के होते हैं.
गुड कोलेस्ट्रॉल को शरीर के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है वहीं बैड कोलेस्ट्रॉल शरीर के लिए काफी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है. बैड कोलेस्ट्रॉल कई सारी बीमारियों का जोखिम बढ़ाती है. शरीर में दो तरह के कोलेस्ट्रॉल बनते हैं पहला हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन इसे गुड कोलेस्ट्रॉल कहते हैं.
दूसरा लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन जिसे LDL कहते है उसे बैड कोलेस्ट्रॉल कहते हैं. शरीर में जब खराब कोलेस्ट्रॉल तेजी से बढने लगता है तो उसे ही हाई कोलेस्ट्रॉल कहते हैं. अब सवाल यह उठता है कि क्या मीठा खाने के कारण भी शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है.
हाई कोलेस्ट्रॉल में मीठा नहीं खाना चाहिए?
शरीर में जब बैड कोलेस्ट्रॉल बढ जाता है शरीर में कई दूसरी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. इसके कारण हार्ट अटैक, हार्ट फेलियर जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है. हाई कोलेस्ट्रॉल होने पर फाइबर से भरपूर खाना और कम प्रोटीन वाले खाने की सलाह दी जाती है. ज्यादा मीठा खाने से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का जोखिम भी बढ़ता है. बहुत ज्यादा मीठा खाने से लो डेंसिटी लिपोप्रोटीन (एलडीएल) कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है.
हार्ट हेल्थ पर पड़ता है बुरा असर
मीठा खाने से दिल पर बुरा असर पड़ता है. ब्लड में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ जाता है साथ ही हार्ट अटैक का खतरा भी बढ़ता है,.
मोटापा का शिकार
हाई कोलेस्ट्रॉल या बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण वजन बढ़ने लगता है. जिसके कारण कई सारी बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है.
जिनका कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है उन्हें मिठाई खाने से मना किया जाता है क्योंकि शरीर में ट्राइग्लिसराइड्स बढ़ने का खतरा होता है. जो हार्ट अटैक का कारण बन सकता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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