इंसान से लेकर जानवर तक सभी को हीट-स्ट्रोक का खतरा इन दिनों बना हुआ है.इन दिनों उत्तरी भारत में भीषण गर्मी पड़ रही है. इंसान के साथ-साथ जानवरों को भी हीट स्ट्रोक का खतरा बना हुआ है. इस गर्मी से जानवरों को बचाने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जा रहे हैं. इस गर्मी में जानवरों से जानवरों को बचाने के लिए और नहने के लिए पानी की खास व्यवस्था की जा रही है. 


हीट स्ट्रोक लगने पर जानवरों को पिलाएं यह खास घोल


हीट स्ट्रोक से जानवरों को बचाने के लिए सबसे पहले उन्हें धूप से बचाकर रखें. इसके अलावा सुबह हो या शाम ठंडे पानी से पशुओं को नहाएं. इसके अलावा जो घर में पालतू जानवर रहते हैं उन्हें गर्मियों में 10 ग्राम जीरा और 50 ग्राम पिसी हुई चीनी का घोल बनाकर सुबह, दोपहर और शाम को पिलाया जाता है इससे जानवरों को हिट स्ट्रोक से बचाया जा सकता है. अगर किसी जानवर को हीट स्ट्रोक लगा हुआ है और इससे बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है तो उन्हें पास के हॉस्पिटल में लेकर जाना चाहिए. और डॉक्टर की सलाह बेहद जरूरी है. 


कुछ ऐसा रहता है जानवरों के शरीर का तापमान


घरों में पाल जाने वाले जानवर जैसे गाय, भैंस, घोड़ा, बिल्ली, कुत्ता के शरीर के अलग-अलग तापमान होते हैं. गर्मियों में भैंस का टेंपरेचर 1020 F होता है. वहीं बकरी बकरी 1040 F, गाय का 101, कुत्ते का 100.5, बिल्ली – 102.5, सुअर – 103, खरगोश का 1040 F रहता है. लेकिन अगर गर्मी में किसी जानवर की बॉडी अगर ज्यादा गर्म हो रही है तो उन्हें तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए. 


हीट स्ट्रोक से जानवरों को बचाने के लिए करें ये काम


गाय-भैंस को गर्मी से बचाने के लिए ठंडी जगह पर बाधें. जैसे नीम के पेड़ के नीच बांधे इससे छाया मिलेगी. ऊंचे टीन सेट के नीचे बांधे क्योंकि टेंपरेचर बढ़ने पर टीन सेट पर तापमान बढ़ने का खतरा काफी ज्यादा होता है. जानवरों को डिहाइड्रेशन से बचाने के लिए ढेर सारा पानी पिलाएं. ध्यान रखें कि पानी गर्म न हो बल्कि नॉर्मल न हो. गावों में जलाशय होते हैं. उसमें भैंस को नहाने के लिए छोड़ दें. भैंस अपनी बॉडी को टेंपरेचर के हिसाब से बैलेंस कर लेती है. 


जानवरों को लू न लगे इसलिए शेड में कूलर और पंखा लगाएं


भैंस को दिन में 2-3 बार नहाना चाहिए. इससे भैंसों को लू लगने का खतरा कम होता है. ऐसा करके गर्मी का असर कम किया जा सकता है. जब पर जानवर को रखें उस शेड के चारों तरफ पेड़-पैधे लगाएं. ताकि जानवरों को ठंडी हवा लगे. शेड का तापमना सही रहे इसके लिए उसके चारों तरफ घास डालें. शेड के अंदर, पंखा, कूलर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. 


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