माइक्रो प्लास्टिक बेहद छोटे-छोटे प्लास्टिक के कण होते हैं, जो हमारे आसपास की हवा, पानी, और खाने-पीने की चीजों में मिल जाते हैं. ये कण इतने छोटे होते हैं कि हम इन्हें देख भी नहीं सकते, लेकिन ये हमारे शरीर में आसानी से पहुंच सकते हैं. अब सवाल यह है कि क्या ये कण हमारे लिए खतरनाक हैं और क्या इनसे कैंसर होने का खतरा है?


माइक्रो प्लास्टिक के खतरें
माइक्रो प्लास्टिक आजकल लगभग हर जगह पाया जा रहा है. यह हमारे खाने-पीने की चीजों, जैसे नमक, चीनी, पानी, और यहां तक कि हवा में भी मौजूद हो सकता है. जब हम इन चीजों का सेवन करते हैं, तो ये कण हमारे शरीर में चले जाते हैं. माइक्रो प्लास्टिक का सबसे बड़ा खतरा यह है कि यह शरीर में जमा हो सकता है और समय के साथ कई तरह की हेल्थ समस्याओं का कारण बन सकता है. 


क्या माइक्रो प्लास्टिक से कैंसर हो सकता है?
अभी तक इस बात का कोई ठोस सबूत नहीं है कि माइक्रो प्लास्टिक सीधे तौर पर कैंसर का कारण बनता है. हालांकि, कुछ शोधों में पाया गया है कि माइक्रो प्लास्टिक शरीर में सूजन और अन्य समस्याएं पैदा कर सकता है. जब ये कण शरीर के अंदर लंबे समय तक रहते हैं, तो इससे सेल्स को नुकसान हो सकता है, जो आगे चलकर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है. 


माइक्रो प्लास्टिक से कैसे बचें?



  • प्लास्टिक का कम उपयोग करें: कोशिश करें कि प्लास्टिक की चीजों का इस्तेमाल कम से कम करें, खासकर खाने-पीने के सामान को प्लास्टिक में रखने से बचें.

  • फिल्टर किया हुआ पानी पिएं: पानी को अच्छे से फिल्टर करके पिएं, ताकि उसमें मौजूद माइक्रो प्लास्टिक को हटाया जा सके.

  • प्लास्टिक बोतलों का उपयोग न करें: प्लास्टिक की बोतलों में पानी पीने से बचें, क्योंकि इनमें भी माइक्रो प्लास्टिक हो सकता है.

  • साफ-सफाई का ध्यान रखें: अपने घर और आसपास की जगह को साफ रखें, ताकि हवा में मौजूद माइक्रो प्लास्टिक से बचा जा सके. 


अन्य जरूरी बातें 
माइक्रो प्लास्टिक हमारे जीवन का एक ऐसा हिस्सा बन चुका है, जिससे पूरी तरह बचना मुश्किल है. हालांकि, इसके खतरों को देखते हुए हमें अपने जीवन में कुछ बदलाव करने की जरूरत है. प्लास्टिक का कम उपयोग करना, फिल्टर किया हुआ पानी पीना, और साफ-सफाई का ध्यान रखना जैसी आदतों से हम अपने शरीर में माइक्रो प्लास्टिक के प्रभाव को कम कर सकते हैं. यह हेल्थ के लिए खतरनाक है. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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