Antibodies after Covid: पूरी दुनिया पिछले एक साल से ज्यादा समय से कोरोना वायरस से जूझ रही है. पूरी दुनिया में इस महामारी ने सबसे ज्यादा कहर बरपाया है. करोड़ों लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं. हालांकि अब लगभग सभी देशों ने अपने-अपने वैक्सीन भी तैयार कर लिए हैं. भारत में भी लोगों को वैक्सीन लगाए जा रहे हैं. लेकिन जो लोग कोरोना से संक्रमित हो चुकें हैं उनके शरीर में काफी समय तक एंटीबॉडीज रहते हैं. हालांकि इसे लेकर भी अलग-अलग रिसर्च में कई बातें सामने आ रही हैं. ऐसे में लोगों के मन में ये सवाल आता है कि आखिर कोरोना से रिकवर होने के बाद उनके शरीर में कितने दिनों तक एंटीबॉडीज रहते हैं. पहले कोरोना संक्रमण होने के 3 महीने तक एंटीबॉडीज होने की बात कही जा रही थी लेकिन अब कोविड संक्रमित मरीजों को रिकवर होने के 1 महीने बाद ही वैक्सीन लगवाने की सलाह दी जा रही है. 


क्या कहता है शोध
हाल ही में सेंट लुईस में वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन हुए एक रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि कोविड रिकवरी के बाद बनने वाले एंटीबॉडी आखिर कितने दिन तक संक्रमण से आपको बचा सकते हैं. इस शोध में कहा गया है कि कोविड -19 संक्रमण के हल्के लक्षणों से उबरने के बाद कई महीनों तक शरीर में प्रतिरक्षा कोशिकाएं (immune cells) रहती हैं. जो वायरस से लड़ने में एंटीबॉडी को मदद करती हैं. SARS-CoV-2 वायरस को लेकर हुए इस ताजा रिसर्च में ये भी पता चला है कि कोविड से संक्रमित मरीज में ऐसी कोशिकाएं लाइफटाइम भी रह सकती हैं. इन इम्यून सेल्स से शरीर में एंटीबॉडीज बनते हैं. 

1 साल से ज्यादा रहते हैं एंटीबॉडी
इस रिसर्च में कहा गया है कि हल्के COVID संक्रमित लोगों में एंटीबॉडी काफी लंबे समय तक रहते हैं. जिससे उन्हें बार-बार संक्रमण होने का खतरा कम हो जाता है. वहीं पिछले साल की कई रिपोर्ट में कहा गया था कि एंटीबॉडी जल्दी खत्म हो जाते हैं. जबकि नए शोध में 11 महीने बाद भी संक्रमित हो चुके लोगों में एंटीबॉडी पाए गए हैं. 


​शरीर में यहां रहते हैं एंटीबॉडीज
रिसर्च में कहा गया है कि कोरोना इंफेक्शन के बाद ज्यादातर एंटीबॉडी इम्यून सेल्स शरीर में मर जाती हैं इससे ब्लड लेवल में भी काफी गिरावट आती है. इसके बाद भी हमारे शरीर में एंटीबॉडी प्रोड्यूस करने वाली इम्यून सेल्स हमेशा शरीर में रहती हैं जिन्हें long-lived plasma cells migrate कहते हैं. ये सेल्स हमारे बोन मैरो में रहती हैं और किसी भी संक्रमण से हमें बचाती हैं.


​एंटीबॉडीज होने के बाद भी बरतें सावधानी
इस रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि ये जरूरी नहीं है एक बार संक्रमित होने के बाद और दोबारा कोरोना संक्रमित नहीं होंगे. क्योंकि येय वायरस नया है और समय समय पर बदल रहा है ऐसे में आपको सावधानी पूरी रखनी है. क्योंकि पिछले 1 साल में इसके कई नए वेरिएंट सामने आ चुके हैं. इसलिए लापरवाही बिल्कुन न बरतें और कोविड नियमों का सही से पालन करें. 


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