दिल का दौरा (हार्ट अटैक) बहुत गंभीर समस्या है, लेकिन अगर सही समय पर इलाज हो तो मरीज बच सकता है. यह सवाल अक्सर पूछा जाता है कि एक व्यक्ति कितनी बार हार्ट अटैक आने पर बच सकता है. इसका जवाब आसान नहीं है, क्योंकि यह व्यक्ति की हेल्थ, इलाज की गुणवत्ता और समय पर मिलने वाली मदद पर निर्भर करता है. आज हम हार्ट अटैक के लक्षणों के बारे में जानेंगे, जिससे आप इसे समय पर पहचान सकें.  


हार्ट अटैक क्यों आता है? 
आजकल की गलत दिनचर्या और खराब खानपान के कारण अब कम उम्र में भी हार्ट अटैक होने लगा है. अनहेल्दी डाइट, हाई कोलेस्ट्रॉल, और हाई ब्लड प्रेशर से दिल की धमनियों में ब्लॉकेज बन जाते हैं, जिससे हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. जब हम बहुत ज्यादा वसायुक्त (फैटी) खाना खाते हैं, तो हमारे खून में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाता है. यह बैड कोलेस्ट्रॉल दिल की धमनियों में जमने लगता है, जिससे खून का प्रवाह रुक जाता है. जब खून दिल तक नहीं पहुंच पाता, तो हार्ट अटैक हो जाता है. 


एक व्यक्ति को कितने बार अटैक आता है 
कई लोग पूछते हैं कि एक व्यक्ति को कितनी बार हार्ट अटैक आ सकता है. आमतौर पर, एक व्यक्ति को जीवन में तीन बार हार्ट अटैक आ सकता है. पहली और दूसरी बार हार्ट अटैक के बाद अगर सही समय पर इलाज हो जाए और जीवनशैली में सुधार किया जाए, तो व्यक्ति बच सकता है. लेकिन तीसरी बार हार्ट अटैक आने के बाद दिल इतना कमजोर हो जाता है कि चौथी बार हार्ट अटैक आने पर बचना बहुत मुश्किल हो जाता है. 


हार्ट अटैक के लक्षण



  • छाती में तेज दर्द या दबाव

  • बाएं हाथ, गर्दन, या जबड़े में दर्द

  • सांस लेने में तकलीफ

  • ठंडा पसीना

  • कमजोरी या चक्कर आना



हार्ट अटैक से बचाव के उपाय



  • तंबाकू और शराब का सेवन बिल्कुल ही नहीं

  • हेल्दी डाइट लें, जैसे फल, सब्जियां और कम वसा वाले खाद्य पदार्थ

  • रोजाना व्यायाम करें

  • वजन को कंट्रोल में रखें

  • ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखें


हार्ट अटैक के बाद की देखभाल
अगर किसी को एक बार हार्ट अटैक आ चुका है, तो उसे अपनी हेल्थ का खास ध्यान रखना चाहिए।.डॉक्टर की सलाह पर नियमित दवाएं लें और उनके द्वारा बताए गए सभी निर्देशों का पालन करें.  सही लाइफस्टाइल अपनाकर और स्वस्थ आदतें बनाकर, हार्ट अटैक के खतरे को कम किया जा सकता है. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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