कई लोग चाय से ज्यादा कॉफी पीना पसंद करते हैं. लेकिन आपको बता दें कि कॉफी भी एक टाइम के बाद नुकसानदायक साबित हो सकता है. हालांकि, कॉफी में पाया जाने वाला कैफीन वो कंपाउंड है जो कि माइंड को एलर्ट करने में काफी मदद करता है. ब्रेन हेल्थ के लिए काफी ज्यादा अच्छा होता है. साथ ही साथ शरीर में डोपामाइन के लेवल को ठीक करता है. लेकिन कहते हैं न सबके लिए सबकुछ अच्छा नहीं होता है. जैसे- किसी के लिए कॉफी अच्छा है तो जरूरी नहीं है कि दूसरे के लिए भी यह फायदेमंद होगा. आइए इस आर्टिकल के जरिए जानें किन लोगों के लिए कॉफी अच्छा है किन लोगों को इससे दूरी बना लेनी चाहिए.
एंग्जायटी डिसऑर्डर के मरीज
एंग्जायटी डिसऑर्डर के मरीज को कॉफी कम मात्रा में पीना चाहिए. क्योंकि इससे उनकी सेहत खराब हो सकती है. कॉफी ज्यादा पीने से बैचेनी हो सकता है जिससे पैनिक अटैक का खतरा रहता है. इससे स्ट्रेस भी बढ़ सकता है. इससे एंग्जायटी का खतरा रहता है.
ऑस्टियोपोरोसिस
ऑस्टियोपोरोसिस की स्थिति में हड्डी फ्रैक्चर होने का खतरा बढ़ जाता है.कॉफी पीने से हड्डी पर नेगेटिव असर होता है. यह आपके हीलिंग प्रोसेस को काफी ज्यादा डिस्टर्ब कर सकता है. ऑस्टियोपोरोसिस इंटरनेशनल में 2022 में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक ज्यादा कॉपी पीने से आपके हिप फ्रैक्टर हो सकते हैं. अधिक कॉफी पीने से फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है.
हाई बीपी के मरीज
हाई बीपी वाले मरीज को भी कभी भी भूल से भी कॉफी नहीं पीनी चाहिए. लो बीपी वालों के लिए ठीक है लेकिन हाई बीपी वाले को कॉफी से दूरी बनानी चाहिए. यह आपके नींद को काफी ज्यादा प्रभावित कर सकता है. इससे इनसोमनिया का खतरा भी रहता है. नींद न आना और दिल की सेहत के लिए हाई बीपी वाले मरीज के लिए कॉपी पीना सही नहीं है.
प्रेगनेंसी
प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादा चाय-कॉफी पीना सही नहीं होता है. 200 मिलीग्राम तक कैफीन ठीक है लेकिन इससे ज्यादा नहीं. प्रेग्नेंसी के दौरान ज्यादा चाय-कॉफी पीने से आपका बीपी बढ़ सकता है. साथ ही बच्चे का वजन भी कम हो सकता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें: अचानक कैसे आ जाता है हार्ट अटैक, कितनी देर में हो जाती है मौत?