Surya Namaskar After Delivery: महिलाओं के लिए जब वजन घटाने और फिटनेस की बात आती है तो मशहूर हस्तियां हमेशा इंस्पिरेशन मिलती रही हैं. हाल ही में हमने मां बनने के बाद पहली बार सूर्य नमस्कार करते हुए आलिया भट्ट को देखा. सूर्य नमस्कार एक 12 स्टेप का फुल बॉडी वर्कआउट है जिसमें व्यक्ति कई वर्कआउट पोज़ करता है. इस योग सेट का हिंदू धर्म में धार्मिक महत्व है क्योंकि यह सूर्य देव को सम्मान देने के लिए किया जाता है. सूर्य नमस्कार को कसरत के सबसे जरूरी में से एक माना जाता है क्योंकि मुद्राएं शरीर की हर मांसपेशी पर काम करती हैं और फिटनेस को बढ़ावा देती हैं.


डिलीवरी के बाद सूर्य नमस्कार करना कितना सुरक्षित है? 


डिलीवरी के बाद के समय में 108 बार सूर्य नमस्कार करना कितना सुरक्षित है? ये जानना हर महिला के लिए जरूरी है. जिस तरह से यह शरीर पर काम करता है, उसे ध्यान में रखते हुए क्या एक नई मां का शरीर कसरत सहन करने के लिए तैयार है? हाल ही में एक वीडियो में, आयुर्वेद विशेषज्ञ, डॉ अलका विजयन, ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर कई स्वास्थ्य और फिटनेस की जानकारी शेयर की हैं. उन्होनें इस बात पर चर्चा की है कि महिलाओं के लिए प्रसव के बाद सूर्य नमस्कार करना कितना सुरक्षित रहता है.


जानें डॉक्टर क्या बताते हैं


डिलीवरी के 6 महीने तक आपके लिए सूर्य नमस्कार करना सही साबित नही हो सकता है. क्योंकि, यह वात असंतुलन को ट्रिगर करता है, जिससे आपको कई परेशानी का सामना करना पड़ सकता है:- 


शुष्क त्वचा
बाल झड़ना
थकान
गर्भाशय की बीमारियां (जैसे: रेशेदार, एंडोमेट्रियोसिस)


डिलीवरी के तुरंत बाद 108 सूर्य नमस्कार नहीं करना चाहिए


डॉक्टर के अनुसार डिलीवरी के बाद वजन घटाने के लिए हल्के से मध्यम व्यायाम या योग की सलाह दी जाती है. उदाहरण के लिए कोई सूर्य नमस्कार (लेकिन 108 बार नहीं), ज़ुम्बा, एरोबिक्स और 2-3 घंटे जिमिंग के बाद महिला वजन कम करने की कोशिश कर सकती है. डॉ विजयन बताती हैं कि प्रसव के बाद महिला का शरीर ज्यादा वात असंतुलन अवस्था में होता है, 9 महीने तक बच्चे को पालने, दर्दनाक प्रसव और प्रसव के बाद बच्चे की देखभाल करने के कारण होता है.


योग डिलीवरी के 3 महीने बाद शुरू करना चाहिए 


न्यू मॉम को पूरा आराम करने की सलाह देती हैं, आयुर्वेद के नियमों का हवाला देते हुए, डॉ विजयन कहती हैं कि नई माताओं को 1 महीने के लिए पूरी तरह से आराम करना चाहिए और एक महीने बाद धीमी गति से चलना, हल्का योग आसन शुरू कर सकती हैं और कम से कम 3 महीने के बाद ही नियमित अभ्यास पर वापस आ सकती हैं, तब भी 4-10 चक्र सूर्यनमस्कारम अधिकतम हैं. डिलीवरी के तुरंत बाद 108 सूर्य नमस्कार नहीं करना चाहिए.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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