How To Avoid Sleepless Nights: नींद कम आना या नींद ना आना सेहत से जुड़ी एक गंभीर समस्या है. दुनिया भर में लाखों लोग इस बीमारी से पीड़ित रहते हैं लेकिन समस्या यह है कि उन्हें पता ही नहीं होता कि ये कोई हेल्थ इश्यू है. इस कारण ना वे डॉक्टर के पास जाते हैं और ना ही उनकी इस समस्या का समाधान हो पाता है. आपको बता दें कि नींद पूरी ना होना या नींद ठीक से आने के कारण आपके पूरी जीवन पर नकारात्मक असर पड़ता है. क्योंकि आपकी पढ़ाई, करियर, फैमिली और जॉब रिजल्ट्स सब इससे प्रभावित होते हैं.


क्यों होती है नींद ना आने की समस्या?
नेशनल हेल्थ इंस्टिट्यूट के अनुसार, नींद ना आने की क्रोनिक समस्या के मामलों के पीछे प्राथमिक कारण कोई और होता है. जैसे, मनोवैज्ञानिक कारण, किसी पुरानी बीमारी के कारण चल रही दवाइयां या फिर हॉर्मोन्स का गड़बड़ स्तर. 


नींद पूरी ना होने के लक्षण?


नींद पूरी ना होने पर कई तरह की मानसिक और शारीरिक समस्याएं होने लगती हैं...



  • दिनभर थकान और आलस रहना

  • पूरी दिन जम्हाई आना और शरीर में भारीपन लगना

  • मानसिक थकान महसूस होना और किसी काम में मन ना लगना

  • चिड़चिड़ापन

  • मूड स्विंग्स

  • अधिक गुस्सा आना


नींद ना आने के कारण क्या हैं?



  • आमतौर पर लोगों को तनाव के कारण नींद नहीं आती है.

  • क्रोनिक थकान होने पर भी नींद ना आने की समस्या होती है.

  • सोने-जागने का समय निश्चित ना होने पर भी नींद ना आने की दिक्कत हो सकती है.

  • चाय-कॉफी का अधिक सेवन करना भी नींद ना आने का कारण हो सकता है.

  • अधिक मसाले युक्त भोजन का सेवन या रात को ओवर इटिंग करके सोने के कारण भी नींद गड़बड़ा सकती है.


रात को अच्छी नींद सोने के लिए क्या करें?



  • दिन में चाय और कॉफी का सेवन कम करें. रात के समय तो कैफीन बिल्कुल ना लें. 

  • दिन में कम से कम 45 मिनट की वॉक करें. यदि आप जिम नहीं जाते हैं, एक्सर्साइज नहीं करते हैं तो इतनी वॉक जरूर करें.

  • बिस्तर पर जाने के आधा घंटा पहले से ही टीवी और मोबाइल से दूरी बना लें. 

  • बिस्तर पर लेटकर किताब पढ़ना या लाइट म्यूजिक सुनना अच्छी नींद लाता है.

  • अब शाम के समय मौसम ठंडा रहने लगा है तो आप हल्के गुनगुने पानी से स्नान कर सकते हैं. स्नान करके बिस्तर पर जाने से अच्छी नींद आती है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें. 


यह भी पढ़ें: डिप्रेशन की तरफ बढ़ रहा है आपका लाडला? ऐसे पहचानें...ये हैं बच्चों में अवसाद के लक्षण



यह भी पढ़ें: सैकड़ों मर्ज की एक दवा है विटामिन-ई कैप्सूल, जानें कब और कैसे उपयोग करना चाहिए