Acidity: खाली पेट कभी नहीं करना चाहिए इन चीजों का सेवन, हो जाती है जलन और एसिडिटी की समस्या
Cause of Acidity: दिन की शुरुआत में करते हैं ये गलती तो कभी पीछा नहीं छोड़ेगी एसिडिटी की समस्या. कैसे करें अपने दिन की शुरुआत और खाली पेट किन चीजों का सेवन करने से बचें, यहां इसी वारे में बताया गया है
How to control Acidity: आपको पेट में जलन (stomach irritation), सीने पर जलन (Heartburn) या एसिडिटी (Acidity) की समस्या रहती है? अगर हां तो आप सुबह के समय यहां बताई जा रही चीजों का सेवन ना करें. खासतौर पर खाली पेट तो इन चीजों को बिल्कुल नहीं खाना है. क्योंकि ऐसा करने से स्थिति खराब हो सकती है. जो लोग नियमित रूप से इन चीजों का खाली पेट सेवन करते हैं, हो सकता है, उन्हें शुरुआती तौर पर किसी तरह की समस्या ना हो लेकिन समय के पाचन संबंधी समस्याएं (Digestion related issues) शुरू हो जाती हैं. जैसे खट्टी डकार आना (sour belching), सीने पर जलन होना, मोशन (Motion) ठीक से ना होना, गैस (Gas) बनना इत्यादि.
खाली पेट ना करें इन चीजों का सेवन
- सेब
- चाय
- कॉफी
- सोडा
- कोल्ड ड्रिंक
- आलू
- तीखे मसाले की नमकीन
किन चीजों से होती है एसिडिटी?
- यदि आप खाली पेट यानी सुबह सबसे पहली ड्रिंक या फूड के रूप में चाय, कॉफी, सोडा, कोल्ड ड्रिंक, सॉफ्ट ड्रिंक, आलू से बने चिप्स या तीखे मसाले वाली नमकीन खाते हैं तो आपको एसिडिटी की समस्या हो सकती है.
- सेब बहुत अधिल लाभकारी और हेल्दी फ्रूट है. लेकिन यदि आप इसका सेवन खाली पेट करते हैं तो आपको कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. जैसे सीने पर जलन, पेट संबंधी समस्याएं, यूरिन से जुड़ी समस्या, त्वचा पर दाने, तेज खुजली, गले या मुंह में खुजली इत्यादि.
- आयुर्वेद में खाली पेट फलों के सेवन की मनाही है. इसलिए दिन की शुरुआत में कभी भी फलों का सेवन ना करें. यदि आप फल खाने का पूरा लाभ लेना चाहते हैं तो नाश्ते और दोपहर के भोजन के बीच के ब्रेक में फल खाएं. यानी करीब साढ़े 11 या 12 बजे. ताकि इसके एक से डेढ़ घंटे बाद आप लंच कर पाएं.
- या फिर फल खाने का सबसे सही समय होता है इवनिंग स्नैक्स टाइम. यानी दोपहर और रात के भोजन के बीच का समय. करीब साढ़े 3 से 5 बजे के बीच. ताकि फिर आप समय से डिनर ले पाएं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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