Control Diabetes: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी बन गई है, जिससे परेशान लोगों की संख्या लगातार बढ़ रही है. वयस्कों और युवाओं के साथ ही अब बच्चे भी इसकी चपेट में आने लगे हैं. डायबिटीज टाइप-1 और डायबिटीज टाइप-2 दोनों तरह की समस्याओं में ही एक समय बाद ऐसी स्थिति आती है, जब शुगर की बीमारी का असर शरीर के अन्य अंगों को बहुत बुरी तरह डैमेज कर देता है. हार्ट और किडनी दोनों ऐसे ही ऑर्गन हैं, जो शुगर की लंबी बीमारी के कारण खराब होने लगते हैं...
शरीर पर ऐसे असर डालती है डायबिटीज
- मेडिकल साइंस के अनुसार, जिन लोगों को शुगर की समस्या होती है, खासतौर पर डायबिटीज टाइप-1 इनमें हार्ट संबंधी बीमारी उन लोगों की तुलना में काफी कम उम्र में देखने को मिलती है, जो शुगर के पेशेंट्स नहीं होते.
- डायबिटीज टाइप-1 के ऐसे पेशेंट्स जिन्हें बीमारी से लड़ते हुए 10 से 15 साल का समय हो गया है, ऐसे हर 3 पेशेंट्स में से 1 पेशेंट में किडनी या फिर हार्ट की समस्या हो जाती है. क्योंकि बढ़ा हुआ ब्लड शुगर लेवल इन दोनों ही अंगों को बुरी तरह डैमेज कर देता है.
शुगर में हार्ट और किडनी का ध्यान कैसे रखें?
यहां हम आयुर्वेद से जुड़े ऐसे कुछ बेहद सामान्य नियम लेकर आए हैं, जो खान-पान से जुड़े हैं. इन्हें अपनाकर डायबिटीज टाइप-1 और डायबिटीज टाइप-2 दोनों में से किसी भी तरह की शुगर के रोगी आपने हार्ट और किडनी को हेल्दी रख सकते हैं...
- दिन की शुरुआत एक चम्मच मेथीदाना के साथ करें. इसे रात में पानी में भिगोकर रखें और सुबह खाली पेट सबसे पहले इसे ही चबाकर खाएं.
- दिन में कम से कम दो बार अपने पानी, चाय या कॉफी में एक चुटकी दालचीनी पाउडर डालकर इसका सेवन करें.
- दिन में एक बार 10 से 20 एमएल एपल साइडर विनेगर यानी सेब का सिरका खाना खाने से एक घंटा पहले या खाना खाने के एक घंटा बाद जरूर पिएं.
- सप्ताह में एक दिन नमक और डेयरी प्रॉडक्ट्स यानी दूध, चाय, कॉफी, दही, पनीर इत्यादि का सेवन ना करें. इस दिन सिर्फ फलाहार लें. आप सप्ताह में एक बार ऐसा करेंगे तो जल्दी अच्छा रिजल्ट मिलेगा. लेकिन ऐसा ना कर पाएं तो हर 15 दिन में एक बार ऐसा जरूर करें.
- दिन में सिर्फ 20 मिनट के लिए ब्रीदिंग एक्सर्साइज जैसे, प्राणायाम और ध्यान जरूर करें. सप्ताह में 6 घंटे की फिजिकल एक्सर्साइज जरूर होनी चाहिए.
- हर दिन मौसम और शरीर की जरूरत के अनुसार पर्याप्त मात्रा में पानी जरूर पिएं.
- आपकी डायट में अदरक और लहसुन जरूर शामिल होने चाहिए. इन्हें भोजन का असेंशियल पार्ट बना लें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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