Healthy Sweets: मीठे और खट्टे फूड के बारे में एक आम धारणा है. इंडियन सोसायटी में माना जाता है कि लड़कों को मिठाई खाना अधिक पसंद होता है और लड़कियों को तीखे और खट्टे फूड अधिक भाते हैं. हालांकि स्वीट्स हम इंडियन्स की कमजोरी हैं. शादी-ब्याह में या किसी भी फंक्शन में गुलाब जामुन के प्रति हमारा प्यार देखा जा सकता है...
हालांकि आज के लाइफस्टाइल में ना तो मिठाइयों को पचा पाना इतना आसान रह गया है और ना ही पूरी तरह शुद्ध मिठाइयां ढूंढना. क्योंकि मार्केट में मिलावटी मिठाइयों की भरमार रहती है और ये हेल्थ को भी भारी नुकसान पहुंचाती हैं. ऐसे में जरूरी हो जाता है कुछ नैचरल स्वीटनर्स के बारे में जानना. जो मिठाई की कमी को पूरा भी करें और मीठा खाने की क्रोविंग को शांत भी करें. हम यहां आपके लिए कुछ ऐसे ही नैचरल स्वीटनर्स की लिस्ट लेकर आए हैं, जिन्हें आयुर्वेद में बहुत हेल्दी माना जाता है...
नैचरल मिठाइयां कौन-सी हैं?
1. खजूर- फाइवर से भरपूर खजूर, स्वाद और सेहत का खजाना होती है. हालांकि खजूर को सर्दियों में अधिक खाया जाता है क्योंकि ये तासीर में गर्म होती है. लेकिन गर्मियों में आप छुआरा का उपयोग कर सकते हैं. इसे भी खजूर को सुखाकर ही तैयार किया जाता है. रात में पानी में भिगोकर रखें और सुबह खाली पेट या फिर नाश्ते में इसका सेवन करें.
2. शहद- इसका स्वाद तो हर किसी का जी ललचा देता है. आयुर्वेद के अनुसार हर व्यक्ति को हर दिन कम से कम एक चम्मच शहद जरूर खाना चाहिए. बस इतना ध्यान रखें कि गर्म दूध या फिर गर्म पानी में मिलाकर इसका सेवन ना करें. शहद किसी भी गर्म चीज के साथ नहीं खाया जाता है.
3. गुड़- अनरिफाइंड शुगर का बेस्ट रूप है गुड़. आप इसे रिफाइंड शुगर की जगह हर चीज में यूज कर सकते हैं. हालांकि दूध के साथ गुड़ का सेवन करने के लिए आयुर्वेद में मनाही है. क्योंकि गुड़ में हल्की मात्रा में नमक भी होता है. खाना खाने के बाद स्वीट क्रेविंग को शांत करने के लिए आप गुड़ का यूज कर सकते हैं.
4. मिश्री- इसे रॉक कैंडी भी कहा जाता है. सिर्फ स्वाद और सेहत के लिए ही नहीं बल्कि आध्यात्मिक रूप से भी मिश्री को बहुत पवित्र माना जाता है. इसलिए कुछ जगहों पर इसे 'सीता-मिठाई' भी कहा जाता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.